बूथों तक पहुंचने 1380 जोन बदलेगी, हर महीने समीक्षा बैठक; CM बोले-2023 जीत रहे, 2024 का भी आत्मविश्वास जरूरी
रायपुर. उदयपुर नव संकल्प और चिंतन शिविर में लिए गए फैसलों को अमली जामा पहनाने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने संगठन में बदलाव का खाका तैयार कर लिया है। रायपुर के कमल विहार में आयोजित दो दिन की शिविर कार्यशाला में इसको अंतिम रूप दिया गया। नई व्यवस्था के मुताबिक कांग्रेस अब भाजपा जैसा मंडल मॉडल अपनाएगी। वहीं हर महीने की निश्चित तारीख पर यूनिट्स की समीक्षा होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी आत्मविश्वास बढ़ाने वाली तैयारी रखने को कहा है।
उदयपुर में सांगठनिक ढांचे के लिए मंडल बनाने का फैसला हुआ था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने तय किया है कि वह अपने जोन संगठन काे मंडल में बदल देगी। यहां एक हजार 380 जोन हैं। मंडल में बदलने से इसमें समान रूप से 30-30 बूथ आ जाएंगे। इसके बाद संगठन का स्वरूप बूथ कमेटी, मंडल कमेटी, ब्लॉक कमेटी, जिला कमेटी और प्रदेश कमेटी का हो जाएगा। बताया जा रहा है कि इस ढांचागत बदलाव से बूथ स्तर तक कार्यक्रमों को ले जाना और कार्यकर्ताओं से संवाद आसान हो जाएगा। इसके साथ ही संगठन की समीक्षा के लिए बैठकों का दिन अनिवार्य कर दिया गया है। अब प्रत्येक महीने की 7 तारीख को मंडल इकाई की बैठक होगी। एक सप्ताह बाद 14 तारीख को ब्लॉक कमेटी की बैठक और 21 तारीख को जिला कमेटी की बैठक होगी। सबसे आखिर में 30 तारीख को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होनी है।
यह भी तय हुआ है कि संगठन में कोई पद रिक्त नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ है तो 180 दिनों की समय-सीमा के भीतर उस पर नियुक्ति की जानी अनिवार्य है। लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकायों और पंचायतों में 50% टिकट 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का प्रस्ताव संगठन पहले ही अनुमोदित कर चुका है। इसके अलावा एक परिवार से किसी एक ही व्यक्ति को टिकट देने की बात भी तय हो गई है। कांग्रेस ऐसे ही शिविर अब जिला स्तर पर आयोजित करेगी। वहां से फैसलों को लागू करने का कार्यक्रम बनेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, अभी विधायकों की सूची निकालकर देख लीजिए। वहां 50% से अधिक लोग 50 साल से कम उम्र सीमा वाले मिल जाएंगे। महिलाओं को स्थान देने की बात है तो 20% महिलाएं अभी प्रदेश की विधानसभा में हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक है।