एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का हिंदू वर्ली श्मशान घाट पर होगा अंतिम संस्कार, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत के एक महान व्यक्ति थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यावसायिक परिदृश्य को बदल दिया।
HighLights
- आज शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए अंतिम यात्रा निकलेगी।
- रुइया ने 1965 में उद्योग में कदम रखा और 1969 में एस्सार ग्रुप बनाया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने रुइया को उद्योग जगत का महान व्यक्ति बताया।
नईदिल्ली, एजेंसी। एस्सार समूह के सह-संस्थापक और अध्यक्ष शशिकांत रुइया का 25 नवंबर को 81 साल की उम्र में निधन हो गया। परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, रुइया के पार्थिव शरीर को दोपहर 1 से 3 बजे तक रुइया हाउस में रखा जाएगा।
इसके बाद शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए अंतिम यात्रा निकलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने रुइया को उद्योग जगत का एक महान व्यक्ति बताया।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, “शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत के एक महान व्यक्ति थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यावसायिक परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने नवाचार और विकास के लिए उच्च मानक स्थापित किए। वे हमेशा विचारों से भरे रहते थे, हमेशा चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं। शशि जी का निधन बेहद दुखद है। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति।”
परिवार ने पोस्ट की निधन की सूचना
रुइया परिवार ने एक पोस्ट में निधन की पुष्टि करते हुए कहा, “हमें बहुत दुख के साथ आपको रुइया और एस्सार परिवार के मुखिया शशिकांत रुइया के निधन की सूचना देनी पड़ रही है। वह 81 वर्ष के थे।” परिवार ने रुइया के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “एक प्रतिष्ठित उद्योगपति, एस्सार समूह के अध्यक्ष, शशिकांत रुइया ने भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को फिर से परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने एस्सार समूह की नींव रखी और इसे एक वैश्विक समूह बनाया।”
रुइया ने 1969 में बनाया था एस्सार ग्रुप
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के अनुसार, रुइया ने 1965 में उद्योग में अपनी यात्रा शुरू की और 1969 में अपने भाई के साथ मिलकर एस्सार समूह की स्थापना की। एस्सार समूह को आमतौर पर ईजीएफएल के रूप में जाना जाता है। इस ग्रुप ने ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और रसद, धातु और खनन, प्रौद्योगिकी और खुदरा जैसे क्षेत्रों में विस्तार किया है।
9.5 अरब डॉलर से ज्यादा है ग्रुप की संपत्ति
यह समूह एस्सार ऑयल यूके, एस्सार पोर्ट्स, एस्सार ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन, एस्सार शिपिंग, एस्सार पावर और एस्सार प्रोजेक्ट्स जैसी अपनी कंपनियों के लिए जाना जाता है। कंपनी के अनुसार, 31 मार्च 2023 तक प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) 9.5 अरब अमेरिकी डॉलर थी।
इन क्षेत्रों में सक्रिय थे रुइया
एस्सार समूह के अध्यक्ष शशिकांत रुइया फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यानी फिक्की की प्रबंध समिति के सदस्य थे। वह इंडो-यूएस ज्वाइंट बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने इंडियन नेशनल शिपओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इसके अलावा वह प्रधानमंत्री इंडिया-यूएस सीईओ फोरम और इंडिया-जापान बिजनेस काउंसिल के सीईओ भी थे।