बड़ी कार्रवाई : डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गों, शार्प शूटरों और तस्करों के पर छापा
मुंबई : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के शार्प शूटरों और ड्रग्स तस्करों के खिलाफ सोमवार को बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार सुबह से ही दाऊद इब्राहिम के शार्प शूटरों और ड्रग्स तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है. जांच एजेंसी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि कई हवाला ऑपरेटर्स और ड्रग्स तस्करों का संबंध दाऊद इब्राहिम है. एनआईए ने फरवरी में ही उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. आज से उनके खिलाफ छापेमारी शुरू की गई है.
एक दजर्न ठिकानों पर छापेमारी शुरू
जांच एजेंसी एएनआई ने आगे बताया कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथियों के ठिकानों पर कई जगहों पर एनआईए की छापेमारी शुरू की गई है. जांच एजेंसी की ओर से नागपाड़ा, गोरेगांव, बोरीवली, सांताक्रूज, मुंब्रा, भिंडी बाजार समेत अन्य जगहों पर छापेमारी की जा रही है. इसके साथ ही, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों और कुछ हवाला ऑपरेटरों के खिलाफ मुंबई में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी की.
गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपी जांच की जिम्मेदारी
बताते चलें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस साल की फरवरी में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी के खिलाफ जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपी है. एनआईए आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कार्रवाई की जा रही थी. ईडी की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और ड्रग्स तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी.
संयुक्त राष्ट्र ने भी डी-कंपनी पर लगा दिया है प्रतिबंध
इतना ही नहीं, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी को संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी आतंकवादी संगठन करार देते हुए प्रतिबंधित कर दिया है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम वर्ष 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है और वह कई सालों से देश छोड़कर फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए भारत सरकार के अलावा इंटरपोल ने भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है. संयुक्त राष्ट्र संघ ने उसकी कंपनी को वर्ष 2003 में ही वैश्विक आतंकी संगठन घोषित कर दिया था. बताया जाता है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को पनाह दिए हुए है और उसका इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए करता है.