ईरान के सर्वोच्च नेता का हिब्रू एक्स अकाउंट सस्पेंड, आखिरी पोस्ट में दी थी इजरायल को यह धमकी
इजरायल ने शनिवार को ईरान पर हवाई हमला करते हुए एक सितंबर के मिसाइल अटैक का बदला ले लिया है। इस हमले के बाद ईरान ने स्वीकार किया था कि इससे उसे सीमित क्षति हुई है। हालांकि, इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ईरान को धमकी देते हुए एक पोस्ट लिखी थी।
HIGHLIGHTS
- एक्स ने सस्पेंड किया ईरान के नेता खामेनेई का हिब्रू भाषा में बना अकाउंट।
- पोस्ट में लिखा था- इजरायल ने ईरान के बारे में गणना करने में की है गलती।
- हम इजरायल को समझाएंगे कि ईरान के पास कितनी क्षमता और इच्छा है।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ईरान के नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का हिब्रू भाषा के अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, खामेनेई की दो पोस्ट के बाद यह कार्रवाई की गई।
रविवार की अपनी लेटेस्ट पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “यहूदी शासन ने गलती की है और ईरान के बारे में अपनी गणना में गलती की है। हम उसे समझाएंगे कि ईरानी राष्ट्र के पास कितनी शक्ति, क्षमता और इच्छा है।”
इससे एक दिन पहले शनिवार को खामेनेई ने हिब्रू भाषा में पहली पोस्ट की थी। उसमें उन्होंने लिखा था, “दयालु अल्लाह के नाम पर” दोनों पोस्ट पिछले हफ्ते ईरान के सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमलों के किए गए थे।
कठोर भाषा का इस्तेमाल करते हैं खामेनेई
बताते चलें कि अपने मुख्य एक्स अकाउंट पर खामेनेई अक्सर हिब्रू भाषा में पोस्ट करते हैं, जिसमें वह अक्सर इजरायल के खिलाफ कठोर भाषा का इस्तेमाल करते हैं। खामेनेई ने कहा था कि ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने रविवार को कहा कि ईरान के खिलाफ इजरायल अपने कार्यों के प्रभावों को बढ़ाना चाहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के लिए हमलों को महत्वहीन मानकर खारिज करना भी सही नहीं होगा।
… वो ईरान के बारे में लगा रहे हैं गलत अनुमान
उन्होंने अपनी उन्होंने टिप्पणी की, “वे ईरान के बारे में गलत अनुमान लगा रहे हैं। वे अभी भी ईरानी लोगों की शक्ति, क्षमता, सरलता और दृढ़ संकल्प को सही ढंग से नहीं समझ पाए हैं। हमें उन्हें ये बातें समझानी होंगी।”
ईरान ने कहा कि शनिवार को उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर इजरायल ने हवाई हमले किए थे। इसमें दो सैनिक मारे गए थे। इजरायल ने मिसाइल बनाने वाली फैसेलिटीज, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और अन्य “हवाई क्षमताओं” पर एक साथ हमला किया था।
इजरायल ने कहा था- मिशन हो गया है पूरा
बताते चलें कि ईरान की वायु सेना ने तेहरान, खुजेस्तान और इलम प्रांतों में सैन्य ठिकानों पर हमलों की पुष्टि की थी। इसके साथ ही यह भी स्वीकार किया था कि इजरायल के हवाई हमले में उसे “सीमित क्षति” हुई थी।
उधर, इजरायल ने कहा था कि इस हवाई हमले ने ईरान के 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले के जवाब में “समाप्त” कर दिया है। उसने कहा कि उसके युद्धक विमान सुरक्षित वापस लौट आए हैं और मिशन पूरा हो गया है।