लाफिंग बुद्धा को घर में इस स्थान पर रखकर देखें, होगी पैसों की बौछार

लाफिंग बुद्धा को घर में रखने से सुख और समृद्धि आती है। इसे मुख्य द्वार के सामने और पूर्व दिशा में रखना शुभ होता है। यह नकारात्मकता को दूर करता है और परिवार के सदस्यों के जीवन में खुशी बढ़ाता है। पढ़ें लाफिंग बुद्धा से जुड़े तथ्य।

HighLights

  1. सुख-समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं लाफिंग बुद्धा
  2. मुख्य द्वार के सामने, स्टडी रूम में रखने से लाभ
  3. रसोई, बेडरूम, बाथरूम में नहीं रखना चाहिए

धर्म डेस्क, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में चीजों का सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव होता है। इसलिए यह जरूरी है कि हर वस्तु को सही दिशा में रखा जाए। लाफिंग बुद्धा को घर में रखने से सुख और समृद्धि आती है, जिससे घर का माहौल खुशहाल रहता है। आइए ज्योतिषाचार्य प्रभु दयाल दीक्षित से जानते हैं लाफिंग बुद्धा के लाभ और रखने की सही दिशा के बारे में।

लाफिंग बुद्धा कौन हैं?

मान्यता के अनुसार, लाफिंग बुद्धा का असली नाम होताई है, जो जापान के निवासी थे। उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया और आत्मज्ञान प्राप्त करने के बाद जोर-जोर से हंसना शुरू किया। उनका जीवन लोगों को हंसाने का लक्ष्य बना, जिससे उन्हें लाफिंग बुद्धा का नाम मिला, जिसका अर्थ है “हंसते हुए भगवान बुद्ध”।

लाफिंग बुद्धा की मूर्ति का महत्व

लाफिंग बुद्धा को खुशियों का प्रतीक माना जाता है। उन्हें घर में रखने से सुख-समृद्धि बढ़ती है और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं, जिससे परिवार के सभी सदस्य खुशहाल जीवन जीते हैं।

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लाफिंग बुद्धा रखने की सही दिशा

लाफिंग बुद्धा को सही दिशा में रखना जरूरी है। इसे घर के मुख्य द्वार के सामने रखना चाहिए, विशेष रूप से पूर्व दिशा में। इसके अलावा, बच्चों के स्टडी रूम में रखने से उनका पढ़ाई में ध्यान लगता है।

लाफिंग बुद्धा घर में कहां रखें?

ज्योतिषाचार्य प्रभु दयाल दीक्षित के अनुसार, लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को मुख्य द्वार के सामने रखा जाना चाहिए, जिसकी ऊंचाई लगभग 30 इंच होनी चाहिए। इसे रसोई, डाइनिंग एरिया, बेडरूम और बाथरूम में नहीं रखना चाहिए।

डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

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