Vinayak Chaturthi April 2024: अप्रैल में इस दिन मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी, इस विधि से करें बप्पा की पूजा"/> Vinayak Chaturthi April 2024: अप्रैल में इस दिन मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी, इस विधि से करें बप्पा की पूजा"/>

Vinayak Chaturthi April 2024: अप्रैल में इस दिन मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी, इस विधि से करें बप्पा की पूजा

HIGHLIGHTS

  1. 12 अप्रैल को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।
  2. देवी-देवताओं का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
  3. पूजा के दौरान मंत्र जाप और गणेश चालीसा का पाठ करें।

धर्म डेस्क, इंदौर। Vinayak Chaturthi April 2024: हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का त्योहार भगवान गणेश को समर्पित होता है। हर माह की कृष्ण चतुर्थी और शुक्ल पक्ष में भगवान गणेश की विशेष पूजा की परंपरा है। साथ ही इस दिन उनके निमित्त व्रत भी रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। गणपति बप्पा भी इससे प्रसन्न होते हैं। आइए, जानते हैं कि अप्रैल में पड़ने वाली विनायक चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि क्या है।

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 11 अप्रैल को दोपहर 3.03 बजे से हो रहा है। इसका समापन 12 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, 12 अप्रैल को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।

विनायक चतुर्थी पूजा विधि

 

    • विनायक चतुर्थी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर, देवी-देवताओं का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।

 

    • इसके बाद स्नान कर साफ कपड़े पहन लें।

 

    • गंगाजल छिड़ककर मंदिर को अच्छी तरह शुद्ध कर लें।

 

    • अब एक चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर गणपति बप्पा की मूर्ति या तस्वीर रखें।

 

    • फिर उन्हें फूल और सिंदूर अर्पित करें।

 

    • इसके बाद दीपक जलाएं और आरती करें।

 

    • पूजा के दौरान मंत्र जाप और गणेश चालीसा का पाठ करें।

 

  • भोग चढ़ाने के बाद लोगों में बांट दें।

इस मंत्र का करें जाप

विघ्न नाशक मंत्र

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।

द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥

विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।

द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्‌ ॥

विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत्‌ क्वचित्‌ ।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button