Shardiya Navratri 2024: अष्टमी और नवमी को लेकर दूर करें अपना कन्फ्यूजन, पंचांग के हिसाब से जानें सही तारीख
शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी की तिथियों को लेकर श्रद्धालुओं में संशय बना हुआ है। मिथिला और बनारस पंचांग के अनुसार 10 अक्टूबर को सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि है जिसमें व्रत उपवास करना निषेध है। ऐसे में महाष्टमी व व्रत एवं महागौरी की पूजा करना सही नहीं है। सही तिथियों और पूजा विधि के बारे में जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
पटना। शारदीय नवरात्र में महाष्टमी व महानवमी तिथि एक दिन होने से अष्टमी व्रत करने वाले श्रद्धालुओं में संशय की स्थिति बनी हुई है। मिथिला व बनारस पंचांग के अनुसार, गुरुवार 10 अक्टूबर को सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि लग रही है। शास्त्रों में सप्तमी युक्त अष्टमी में व्रत उपवास करना निषेध बताया गया है।
ऐसे में महाष्टमी व व्रत एवं महागौरी की पूजा करना सही नहीं है। 11 अक्टूबर को नवरात्र के अष्टमी तिथि में संधि पूजा, व्रत उपवास एवं पूजा पाठ होगा। शुक्रवार को अष्टमी व नवमी तिथि के युग्म संयोग होने से इस दिन शुभकारी व शिव-गौरी संयोग बन रहा है।