बड्स एक्ट को लेकर पांच सौ निवेशकों ने दी गिरफ्तारी,तहसीलदार को सौंपा प्रधानमंत्री के नाम अपनी मांग को लेकर ज्ञापन
जिले में ही 76215 निवेशकों से 223 चिटफंड कंपनियों ने 2 अरब 17 करोड़ 40 लाख 70027 रूपये निवेश किया था और ये राशि डूब गई। ज्यादातर चिटफंड कंपनियों के कार्यालय बंद हो गए मगर निवेशकों को उनकी राशि नहीं मिली।
HIGHLIGHTS
- चिटफंड कंपनी पीडित निवेशक पिछले 22 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे।
- ठगी पीड़ित जमाकर्ता इकाई छग के बैनर तले जेल भरो आंदोलन किया।
- गिरफ्तारी के बाद में तहसीलदार के द्वारा सभी को मुचलके पर छोड़ा गया।
जांजगीर- चांपा। प्रदेश में बड्स एक्ट 2019 लागू करने की मांग को लेकर चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशक जिला मुख्यालय जांजगीर के हाकी मैदान के पास पिछले 22 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन के 22 वें दिन रविवार को निवेशकों ने ठगी पीड़ित जमाकर्ता इकाई छग के बैनर तले जेल भरो आंदोलन किया। जिसमें बड़ी संख्या में पीड़ित जमाकर्ता शामिल हुए। धरना स्थल से आंदोलन कारी थाने की ओर बढ़े तो उन्हें केरा रोड में बैरिस्टर भवन के पास बेरिकेड्स लगाकर पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान पांच सौ महिला पुरूषों ने गिरफ्तारी दी। बाद में तहसीलदार के द्वारा सभी को मुचलके पर छोड़ दिया गया। पीडित निवेशकों ने इस दौरान तहसीलदार को प्रधानमंत्री के नाम अपनी मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा ।
बड्स एक्ट 2019 लागू करने की मांग
चिटफंड में डूबी राशि वापसी और बड्स एक्ट 2019 लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न् चिटफंड कंपनियों में निवेश करनेवाले निवेशक जिला मुख्यालय जांजगीर के हाकी मैदान के पास पिछले 22 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। आंदोलन के आज 22 वें दिन रविवार को जेल भरो आंदोलन का आहृवान किया गया था। इस आंदोलन में जांजगीर चांपा जिले के अलावा सक्ती, बलौदाबाजार और बिलासपुर जिले के पीड़ित निवेशक लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।