Pitru Paksha 2024: कैसे होता है सप्तमी तिथि का श्राद्ध? जानें इसका सही नियम
आज पितृ पक्ष का छठा दिन है। यह पूर्ण रूप से पितरों के पूजा अनुष्ठान के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता कि जो लोग इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ तर्पण पिंडदान व दान-पुण्य करते हैं उन्हें धन सुख और शांति की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है तो आइए तर्पण का सही नियम यहां जानते हैं।
HIGHLIGHTS
- पितृ पक्ष का हिंदुओं के बीच बहुत महत्व है।
- पितृ पक्ष पूर्वजों को समर्पित है।
- आज पितृ पक्ष का छठा दिन है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है, इसे श्राद्ध काल के रूप में भी जाना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, यह हर साल भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है, जो 16 दिनों तक चलता है और महालय अमावस्या पर समाप्त होता है, जिसे सर्व पितृ अमावस्या भी कहा जाता है। आज हम पितृ पक्ष की सप्तमी तिथि का श्राद्ध (Pitru Paksha 2024) कैसे करना है? इसके बारे में विस्तार से जानेंगे, तो आइए यहां जानते हैं।