Fake Calcium Medicine: कैल्शियम के नाम नकली दवा का कारोबार, सेवन से बीमार हो रहे मवेशी
बालाघाट जिले में नकली कैल्शियम दवा बेचने का मामला सामने आया है, जिसमें यूपी और बिहार से आए युवक किसानों को अधिक दूध उत्पादन का दावा करके केमिकल युक्त नकली दवा बेच रहे हैं। इस दवा से मवेशी बीमार हो रहे हैं और उनकी मौत तक हो रही है। पुलिस और ड्रग्स इंस्पेक्टर मामले की जांच कर रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- नकली कैल्शियम दवा से मवेशियों की बीमारियां बढ़ीं।
- यूपी, बिहार से आए युवक इलाके में बेच रहे नकली दवा।
- बिना रजिस्ट्रेशन 70 रुपये की दवा 500 रुपए में बेच रहे।
बालाघाट। जिले में वर्तमान समय में कैल्शियम के नाम पर गांव-गांव में नकली दवा का व्यापार किया जा रहा है और मवेशियों के लिए यह दवा लाभदायक बताकर उसका विक्रय किया जा रहा है, लेकिन दवा के सेवन के बाद मवेशी स्वस्थ्य होने के बजाए बीमार हो रहे हैं, जिसके चलते कुछ मवेशियों की मौत होने का आरोप लगाया गया है। यहां शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने दवा का विक्रय करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की है। वहीं मामले की उचित जांच व कार्रवाई किए जाने के लिए ड्रग्स इंस्पेक्टर को जांच किए जाने के लिए पत्राचार भी किया गया हैं।
कैल्शियम के नाम पर नकली दवा
मिली जानकारी अनुसार, जिले में मवेशियों की दवा का विक्रय करने वाले एमआरओ ने कोतवाली पुलिस में शिकायत की है कि कुछ महीनों से यूपी, बिहार से आए कुछ युवकों के द्वारा जिले के किसानों को अधिक दूध उत्पादन करने के नाम पर कैल्शियम की केमिकल युक्त दवाई बेची जा रही है। किसानों के मवेशी कैल्शियम युक्त दवा खाने से बीमार हो रहे है। जिसकी जानकारी किसान उन्हें दे रहे है, लेकिन इस दवा के सेवन के बाद दवाईयां भी असर नहीं कर रही है। जिससे मवेशियों की मौत भी हो रही हैं।
70 रुपये बीलिंग की 500 में बेंच रहे दवा
शिकायतकर्ता संकेत गोकुलपुरे ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में किसानों द्वारा शिकायत बताए जाने पर जब इसका पता लगाया गया तो पता चला कि ग्राम गर्रा में बाहर से आकर कुछ युवक इस प्रकार का कार्य कर रहे है और वे लोग 70 रुपए की बीलिंग के कैल्शियम युक्त डिब्बे को किसानों को 500 रूपये तक के दामों पर बेच रहे है। जिसकी शिकायत उनके द्वारा कोतवाली थाना पुलिस से किए जाने पर कोतवाली थाना पुलिस ने युवकों को पकड़ने की कार्रवाई की हैं।
नहीं है किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन
यहां बताया कि जिले के किसानों को मवेशियों का दूध बढ़ाने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। यह कैल्शियम पूरी तरह मिलावटी है और इससे किसी प्रकार का कोई फायदा ना होकर नुकसान ही किसानों को हो रहा है।यह लोग एक बार जिस गांव में चले जाते थे और वहां दवाओं को बेचने के बाद वह दोबारा नहीं जाते हैं।अधिकतर गांवों में जाकर जिनके घरों में दो से अधिक मवेशी दिखाई देते है।वहां जाकर उन किसानों से संपर्क करते है और केमिकल युक्त दवा उन्हें बेचते थे।जो दवाएं बेच रहे है उनका किसी प्रकार का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है।