ये है रायपुर के सरकारी स्कूलों का हाल, सिर्फ कागजों में है इंग्लिश मीडियम स्कूल, यहां पढ़ा रहे हिंदी मीडियम के टीचर
छत्तीसगढ़ के सभी ब्लॉकों में एक-एक अंग्रेजी माध्यम के सीबीएसई स्कूल खुले थे, रायपुर धरसींवा ब्लॉक में दो स्कूल हैं। वहीं प्रदेश में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में किताबें पहुंच गई है, लेकिन कुछ स्कूल है जहां पर अभी तक किताबें नहीं पहुंची है।
HIGHLIGHTS
- छात्रों के बैठकर पढ़ने के लिए पर्याप्त कमरे नहीं, बारिश में टपकता है पानी
- अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ा रहे हिंदी मीडियम के टीचर, नहीं पहुंची किताबें
- पिछली सरकार ने पांच वर्ष तक इन स्कूलों में नहीं दिया किसी भी तरह का ध्यान
रायपुर। रमन सरकार में खुले अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूलों में अव्यवस्थाएं बहुत हैं। इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए पर्याप्त जगह, खेलने के लिए मैदान, पढ़ने के लिए किताबें जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है। अंग्रेजी माध्यम के स्कूल तो खोल दिए गए, लेकिन शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की गई।
पड़ताल पर जानकारी मिली की सात वर्ष पहले खुले स्कूलों में आज भी हिंदी माध्यम से पढ़े हुए शिक्षक पढ़ा रहे हैं। सिर्फ कागज में स्कूल अंग्रेजी माध्यम है, लेकिन यहां पर सुविधाएं हिंदी माध्यम जैसी भी नहीं है। राजधानी में होने के बावजूद इन स्कूलों में अव्यवस्थाओं का आलम है।
नए शिक्षा सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक इन स्कूलों में किताबें नहीं पहुंची है। ये सीबीएसई स्कूल है। यहां पर अलग किताबें चलती है। प्रदेश के सभी ब्लॉकों में एक-एक अंग्रेजी माध्यम के सीबीएसई स्कूल खुले थे, वही रायपुर धरसींवा ब्लॉक में दो स्कूल हैं। वहीं प्रदेश में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में किताबें पहुंच गई है, लेकिन कुछ स्कूल है जहां पर अभी तक किताबें नहीं पहुंची है।
शांति नगर और पेंशनबाड़ा में अंग्रेजी के शिक्षक नहीं
राजधानी में दो सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम के स्कूल चल रहे हैं। शांति नगर स्कूल में 210 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। यहां पर नर्सरी और प्राइमरी की कक्षाएं लगती है। नर्सरी में पढ़ाने के लिए तीन शिक्षिकाएं हैं। वही पहली से पांचवीं तक पढ़ाने के लिए पांच शिक्षिकाएं हैं। इनमें से सिर्फ एक अंग्रेजी माध्मय की है बाकि चार हिंदी माध्यम से पढ़ी हुई है।