Kathua Terror Attack: कठुआ आतंकी हमले के बीच सामने आई पाकिस्तान की एक और हरकत, पढ़िए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकी हमले बढ़ गए हैं। सोमवार को कठुआ में बिलावर के पहाड़ी क्षेत्र बदनोता में सेना के काफिले पर बड़ा हमला किया गया। 5 जवान शहीद हुए हैं। आतंकियों की तलाश में सेना जंगलों का चप्पा-चप्पा छान रही है।
HIGHLIGHTS
- आतंकियों ने घात लगाकर किया था हमला
- सेना के काफिले पर पहले ग्रेनेड फेंका
- फिर 20 मिनट तक बरसाते रहे गोलियां
एजेंसी, श्रीनगर (Kathua Terror Attack)। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सोमवार को हुए बड़े आतंकी हमले के बाद सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। हमले में 3 आतंकियों के शामिल होने की आशंका है, जिनकी तलाश मचेड़ी और बिलावर के जंगलों में की जा रही है। सेना का आशंका है कि स्थानीय गाइड की मदद से आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। इस बीच, पाकिस्तान की एक और करतूत सामने आई है।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बीती रात एक पाकिस्तानी ड्रोन नजर आया। भारतीय सैनिकों ने फायरिंग की, तो ड्रोन पाकिस्तान लौट गया।
कश्मीर टाइगर्स ने ली कठुआ हमले की जिम्मेदारी
वहीं, देर रात कश्मीर टाइगर्स नामक संगठन ने कठुआ आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली। यह जैश के मुखौटा संगठन बताया जा रहा है। हमले में जेसीओ समेत पांच सैन्यकर्मी बलिदान हुए हैं। वहीं, पांच अन्य घायलों का उपचार जारी है।
राजनाथ सिंह ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
कठुआ आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर सैनिकों के शहीद होने पर मुझे गहरा दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। राष्ट्र इस कठिन समय में उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहे हैं। हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। – राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री, एक्स पर
आतंकियों ने ऐसे दिया हमले को अंजाम
- कठुआ जिला में गश्त पर निकला था सैन्य वाहनों का काफिला
- आतंकियों ने उठाया बिलावर पहाड़ी क्षेत्र में घनी धुंध का फायदा
- पहले ग्रेनेड दागा और फिर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी।
- आधुनिक हथियारों से लैस थे आतंकी, 20 मिनट फायरिंग की।
- हमले के बाद आतंकी भाग निकले। सेना ने तत्काल इलाका घेरा।
जम्मू संभाग में जून में हुए थे चार हमले
- 9 जून : रियासी में शिवखोड़ी धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर हमला, बस खाई में गिरी, 9 यात्रियों की मौत, 41 घायल।
- 10-11 जून : कठुआ के सैडा सोहाल में आतंकियों के घुसने के बाद हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकी मारे गए। CRPF जवान बलिदान
- 12 जून : डोडा के छत्तरगला और गंदोह में आतंकियों ने सुरक्षाबलों की चौकियों पर दो हमले किए थे। 6 सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे।