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CG Liquor Scam: आबकारी घोटाले में आरोपित अरविंद और ढिल्लन ईडी की रिमांड पर, EOW के चालान में भी दोनों का नाम

HIGHLIGHTS

  1. छत्‍तीसगढ़ के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों की गतिविधियां तेज
  2. खाली बोतल के सप्लाई का काम करता था आरोपित अरविंद सिंह
  3. अवैध कमाई को ठिकाने लगाने का काम करता था त्रिलोक सिंह

रायपुर। दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेल बंद शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन और अरविंद सिंह को जेल में गिरफ्तार किया। ईडी ने जेल में फार्मल गिरफ्तार की थी। इसके साथ ही कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट पेश किया। कोर्ट ने छह जुलाई तक दोनों आरोपितों को ईडी की रिमांड पर सौंप दिया है।

उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले के नकली होलोग्राम मामले में कारोबारी अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी के साथ पूरे सिंडिकेट में शराब कारोबारी अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लन की अहम भूमिका रही है। ईओडब्ल्यू के चालान में भी दोनों का नाम है।

जिसमें बताया गया है कि आरोपित अरविंद सिंह पहले खाली बोतल सप्लाई का काम करता था। इसके बाद वह धीरे-धीरे परिवहन का काम करने लगा। वह नकली होलोग्राम से तैयार की गई शराब की सप्लाई करता था। वहीं एपी त्रिपाठी और अनवर ढेबर को महीने में खपत कितनी है उसकी जानकारी देता था। वहीं ढिल्लन अवैध कमाई को ठिकाने लगाने का काम करता था। दोनों आरोपितों से अब ईडी पूरे मामले की पूछताछ करेेगी।

शराब निर्माता कंपनियों पर जल्द एक्शन

शराब घोटाला केस से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में अब शराब निर्माता कंपनियों पर भी जल्द एक्शन हो सकता है। यूपी एसटीएफ की ओर से इन कंपनियों को दो बार नोटिस जारी किया जा चुका है। इसके बाद भी कंपनी की ओर से पूछताछ में कोई नहीं पहुंचा है।

जानकारी के अनुसार भाटिया वाइन एंड मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड, छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज और वेलकम डिस्टलरीज को नोटिस जारी किया गया है। इन कंपनियों की ओर से पूछताछ में कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। बताया जा रहा है कि 10 जून को भी यूपी एसटीएफ ने तीनों डिस्टलरीज दूसरा नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए लखनऊ बुलाया था, लेकिन कोई भी एजेंसी के दफ्तर नहीं पहुंचा।

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