नकली होलोग्राम केस में अनिल टुटेजा को भी वारंट पर ले जाने की तैयारी में UP STF, 15 जुलाई तक जेल भेजे गए ढेबर और एपी त्रिपाठी
HIGHLIGHTS
- यूपी एसटीएफ के सामने अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी ने उगले कई राज
- डुप्लीकेट होलोग्राम में एपी त्रिपाठी ने 20 करोड़ रुपये कमीशन प्राप्त किए
- इस्तेमाल हो चुके होलोग्राम के नंबर पर ही बनाए गए डुप्लीकेट होलोग्राम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाला (Liquor Scam in Chhattisgarh) मामले में उत्तर प्रदेश में अनवर, त्रिपाठी को भेजा जेल नकली होलोग्राम मामले (Fake Hologram Case) में कारोबारी अनवर ढेबर और पूर्व आबकारी सचिव अरुणपति त्रिपाठी को यूपी एसटीएफ ने तीन दिन की रिमांड के बाद मेरठ कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद दोनों को 15 जुलाई तक जेल भेज दिया है।
ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश एसटीएफ प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर साथ ले गई थी।
नकली होलोग्राम लगी शराब से 20 करोड़ रुपये का कमीशन
विषु गुप्ता से डुप्लीकेट होलोग्राम की आपूर्ति योजनाबद्ध तरीके से टेंडर दिलवाकर की गई। पूर्व में इस्तेमाल हो चुके होलोग्राम के नंबर पर ही डुप्लीकेट होलोग्राम बनाए गए। जिसे प्रिज्म होलोग्राम के रायपुर यूनिट के प्रभारी दिलीप पांडेय के माध्यम से अमित सिंह, दीपक दुआरी, प्रकाश शर्मा के सहयोग से सहायक आयुक्त आबकारी जनार्दन कौरव ने डिस्टलरी मालिकों तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई।
एपी त्रिपाठी ने इससे 20 करोड़ रुपये कमीशन प्राप्त किए। ईओडब्ल्यू की जांच में पाया गया कि विकास अग्रवाल उर्फ सिब्बू ने सुमित मालू, रवि बजाज नामक हवाला कारोबारियों के माध्यम से अवैध कमाई को विदेश में भी निवेश कराया है।
लोक अभियोजक ने मांगी पुलिस सुरक्षा
ईडी और ईओडब्ल्यू के विशेष लोक अभियोजक डा.सौरभ कुमार पांडेय ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है। वह कोयला, शराब, महादेव एप सट्टेबाजी मामले में ईओडब्ल्यू और ईडी की तरफ से पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने डीजीपी व आइजी इंटेलिजेंस को आवेदन दिया है।