Dindori Crime : संपत्ति के लिए पोता बना हैवान, बुजुर्ग का सोते समय कुल्हाड़ी से काट दिया गला"/>

Dindori Crime : संपत्ति के लिए पोता बना हैवान, बुजुर्ग का सोते समय कुल्हाड़ी से काट दिया गला

HIGHLIGHTS

  1. बेटे की मौत होने के बाद बेटी-दामाद के साथ रहता था।
  2. दामाद ने देखा कि ससुर की तखत के नीचे खून फैला था।
  3. पुलिस ने पोते गिरफ्तार कर कुल्हाड़ी की बरामद।

डिंडौरी। डिंडौरी में जमीन विवाद में पोते ने सोते समय बाबा की कुल्हाड़ी से गला काट कर हत्या कर दी। यह मामला गुरुवार-शुक्रवार की रात का है, जिसका पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया। पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता में एएसपी जगन्नाथ मरकाम ने बताया कि बुजुर्ग के पोते ने ही जमीनी विवाद के चलते कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी थी।

बताया गया कि बैशाखु उईके लगभग 10 साल से अपनी बेटी-दामाद के साथ रह रहा था। गुरुवार को बैशाखु उईके रात लगभग 11 बजे घर के पीछे तरफ बरामदे में सोया था। इसी दौरान रात लगभग एक बजे के आसपास रंजीत उइके पिता स्व. इंदर सिंह उइके (20 साल) कुल्हाड़ी लेकर आया। उसने अपने बाबा को सोता पाकर कुल्हाड़ी से गला पर वार कर दिया। बाबा की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने बुजुर्ग की हत्या में उपयोग की गई कुल्हाड़ी भी सिवनी नदी से पुलिस ने बरामद कर ली है। जांच में पता चला है कि हत्या जमीन विवाद के चलते की गई है। आरोपी रंजीत उइके निवासी ग्राम सैलवार को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। उसने कबूल किया कि जमीनी विवाद रंजिश को लेकर बैशाखु उईके का कुल्हाड़ी से गला काट कर हत्या की है। आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जा रहा है।

दामाद ने देखा था सबसे पहले शव

दामाद शिवप्रसाद ने बताया कि गुरुवार की रात लगभग 11 बजे के आसपास खाना खाकर सभी लोग सो गये थे। ससुर रोज की तरह पीछे की तरफ बरामदा में सोए थे। शिवप्रसाद के मुताबिक शुक्रवार की सुबह चार बजे के आसपास वे नित्यक्रिया से वापस आया, तो देखा कि ससुर की तखत के नीचे खून फैला था। घबराकर शिवप्रसाद ने परिवार के लोगों को आवाज लगाई।

दामाद ने जताया था पोते पर शक

अन्य लोगों के आने पर देखा तो पाया कि वैसाखू की गर्दन रेत कर हत्या की गई है। एफआईआर में दामाद शिवप्रसाद ने मृतक और पोतों के बीच जमीनी विवाद का भी उल्लेख किया है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर विवेचना कर रही है।

कार्रवाई के दौरान ये रहे शामिल

कार्रवाई में थाना प्रभारी बजाग बीके पण्डोरिया, एसआईअशोक तिवारी, एएसआई धनंजय साहू, रमेश कुड़ापे, प्रधान आरक्षक राघवेन्द्र सिंह, आरक्षक पंकज चीचाम शामिल रहे।

 

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