CG Bhilai News: ‘अपनी मर्जी से मर रहा हूं, परिवार को परेशान न करें’, मोबाइल स्टेटस देख पत्नी और दोस्तों ने शुरू की तलाश, मिली लाश"/> CG Bhilai News: ‘अपनी मर्जी से मर रहा हूं, परिवार को परेशान न करें’, मोबाइल स्टेटस देख पत्नी और दोस्तों ने शुरू की तलाश, मिली लाश"/>

CG Bhilai News: ‘अपनी मर्जी से मर रहा हूं, परिवार को परेशान न करें’, मोबाइल स्टेटस देख पत्नी और दोस्तों ने शुरू की तलाश, मिली लाश

मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या कर रहा हूं, इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है और उसके परिवार वालों को परेशान न किया जाए। 32 साल के जितेंद्र पांडेय का मोबाइल पर यह स्टेटस देखकर परिवार और दोस्‍तों में हड़कंप मच गया। घर वालों ने जब तलाश शुरू की तो सड़क किनारे पेड़ से जितेंद्र की लाश लटक रही थी।

HIGHLIGHTS

  1. मृतक अपने माता-पिता की इकलौती संतान था
  2. जितेंद्र के इस खौफनाक कदम से घर वाले हैरान
  3. परिवार में रुपयों को लेकर नहीं थी कोई दिक्कत

भिलाई। दुर्ग पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक के इकलौते बेटे ने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। वो रात में अपनी कार लेकर घर से निकला था और सेंट थॉमस कॉलेज रोड रूआबांधा आकर पेड़ से गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। आत्महत्या करने के पहले उसने अपने मोबाइल पर स्टेटस भी लगाया था कि वो अपने व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या कर रहा है, इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है और उसके परिवार वालों को परेशान न किया जाए। भिलाई नगर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।

दरअसल, यह घटना सोमवार की रात की है। पुलिस ने बताया कि विद्युत चौक महाराजा चौक पद्मनाभपुर निवासी सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक रविंद्र पांडेय के बेटे जितेंद्र पांडेय उर्फ जीतू (32) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जितेंद्र पांडेय के दो बच्चे भी हैं। वहीं सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक रविंद्र पांडेय की तबीयत खराब होने के कारण वो अभी अस्पताल में भर्ती है।naidunia_image

जितेंद्र पांडेय उर्फ जीतू सोमवार की रात को अपनी कार से घर से निकला था। उसके मोबाइल का स्टेटस देखने के बाद उसकी पत्नी और दोस्तों ने उसकी तलाश शुरू की थी कि मंगलवार की सुबह उस रोड से गुजरने वाले लोगों ने कार को सड़क किनारे लावारिस हालत में देखा तो उन्हें संदेह हुआ।
 
 
जिसके बाद उन्होंने आसपास देखा तो पेड़ से जितेंद्र की लाश लटक रही थी। उसने गमछे का फंदा बनाकर आत्महत्या की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि जितेंद्र पांडेय उर्फ जीतू जमीन से संबंधित काम करता था। वो अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। परिवार में रुपयों से संबंधित भी कोई दिक्कत नहीं थी। फिर भी उसने आत्महत्या क्यों किया, इसके बारे में किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है।
 

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