हाईकोर्ट ने रद्द किया 75% आरक्षण, तो Tejashwi Yadav ने BJP को बता दिया जिम्मेदार, 15 अगस्त से करेंगे हल्लाबोल
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाईकोर्ट के फैसले पर राजनीति शुरु कर दी है। दरअसल, हाईकोर्ट ने आरक्षण की बढ़ी हुई सीमा को रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बढ़ाई गई आरक्षण की सीमा को रद्द किया है। उन्होंने फिर से इसको लागू करने के लिए संघर्ष करने की बात कही है।
HIGHLIGHTS
- भाजपा पर आरक्षण लगाया आरक्षण विरोधी होने का आरोप
- बिहार सरकार ने 75 फीसदी की थी आरक्षण की सीमा
- हाईकोर्ट के आरक्षण की बढ़ी सीमा को रद्द करने के बाद शुरु हुई राजनीति
एजेंसी, पटना। हाईकोर्ट ने आरक्षण की बढ़ी सीमा को रद्द कर दिया, लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा को इसका जिम्मेदार ठहरा दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में राजद की जब सरकार थी, तब हम आरक्षण की सीमा 75 फीसदी तक ले गए थे।
तेजस्वी ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए सरकारी नौकरी लेकर आएगी, लेकिन इसमें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा। हम इसका विरोध करेंगे। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक हम पिछड़ों का हक नहीं दिलवा देते।
लालू और तेजस्वी यादव को गाली देना काम
उन्होंने कहा कि सरकार का काम अब केवल लालू यादव व तेजस्वी यादव को गाली देना रह गया है। देश भर में पेपर लीक का मुद्दा गरमा हुआ है। हमारी मांग है कि पेपर लीक पर कड़ा कानून बनाया जाए, लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री यह मानने को ही तैयार नहीं थे कि पेपर लीक हुआ है।
15 अगस्त के बाद करेंगे जनता दर्शन
तेजस्वी यादव ने 15 अगस्त को जनता के बीच में जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान वह जनता के बीच में थे। अब वह एक बार फिर 15 अगस्त के बाद जनता के बीच जाएंगे।