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B.Ed And M.Ed Course: ऑनलाइन काउंसलिंग का अंतिम चरण, अभी तक खाली है बीएड-एमएड कोर्स की 40 फीसद सीटें

बीएड-एमएड, बीपीएड-एमपीएड, बीएड एमएड, बीए बीएड, बीएससीबीएड, बीएलएड सहित अन्य कोर्स की करीब 62 हजार सीटें है, जिसमें सिर्फ बीएड की 58 हजार 950 और बाकी पाठ्यक्रमों की 4000 सीटें है। मिली जानकारी के मुताबिक, 1 मई से ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू की है।

HIGHLIGHTS

  1. 25 जून को को आएगी अंतिम चरण की मेरिट और सीट आवंटन सूची
  2. छात्र-छात्राओं के दस्तावेजों का हो चुका है सत्यापन
  3. आवेदन के आधार पर विद्यार्थियों की मेरिट सूची होगी तैयार

इंदौर। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर ऑनलाइन काउंसलिंग का अंतिम चरण चल रहा है, जिसमें 40 प्रतिशत से अधिक सीटें रिक्त है। इन पर विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। पंजीकन के बाद छात्र-छात्राओं के दस्तावेजों का सत्यापन हो चुका है। प्राप्त आवेदन के आधार पर विद्यार्थियों की मेरिट सूची तैयार होगी। फिर कॉलेजों की सीट आवंटन की जाएगी। ये सूची 25 जून को उच्च शिक्षा विभाग जारी करेगा।

 
 

1 मई से चल रही है काउंसिलिंग

बीएड-एमएड, बीपीएड-एमपीएड, बीएडएमएड, बीएबीएड, बीएससीबीएड, बीएलएड सहित अन्य कोर्स की करीब 62 हजार सीटें है, जिसमें अकेले बीएड की 58 हजार 950 और बाकी पाठ्यक्रमों की चार हजार सीटें है। विभाग ने 1 मई से ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू की है। अब तक दो चरण की प्रवेश प्रक्रिया खत्म हो चुकी है, जिसमें कॉलेजों की 57-58 फीसद सीटें भर पाई है। अंतिम चरण में 40 फीसद से ज्यादा सीटें खाली है। अभी 37 हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाए है, लेकिन 23 हजार छात्र-छात्राओं के दस्तावेज सत्यापित हो पाए है। 25 जून को मेरिट सूची आने के बाद विद्यार्थियों को सीटें आवंटित होगी। 1 जुलाई तक कॉलेजों की फीस जमा करने के लिए विद्यार्थियों को समय दिया है।

 

naidunia_image124 किमी दूर रहे विद्यार्थियों को कॉलेज

निजी कॉलेज संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक, सीटों की तुलना में पंजीयन अधिक होने के बावजूद विभाग प्रत्येक चरण में 28-30 फीसद सीटें ही आवंटित कर रही है, जिसमें 100 से 125 किमी दूर विद्यार्थियों को कॉलेज मिल रहे है। वहीं विभाग आवंटन के दौरान विद्यार्थियों के मोबाइल नंबर भी नहीं दर्शाते है। इसके चलते उनसे संपर्क करना मुश्किल होता है। वैसे कॉलेज दूर होने से कई विद्यार्थी प्रवेश नहीं लेते है। वे कहते है कि अंतिम चरण में 40 फीसद सीटें भरना मुश्किल है। विभाग को प्रवेश के लिए काउंसिलिंग का अंतिम चरण देना होगा।

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