अफ्रीका-जिम्बाब्वे से समुद्र के रास्ते विदेशी जानवर ले जाए जाते हैं चेन्नई और मुंबई, इंदौर एसटीएफ ने कोर्ट में दी जानकारी
इंदौर। विदेशी जानवरों की तस्करी को लेकर स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) की जांच अब हैदराबाद तक पहुंच गई है। यहां के एक व्यापारी की दुकान से 4 वाल पाइथन और 5 इगुआना टीम ने जब्त किए हैं। कार्रवाई की भनक लगते ही व्यापारी फरार हो चुका है। व्यापारी से जुड़े लोगों से पूछताछ में सामने आया कि समुद्री मार्ग से जानवरों का भारत में लाया जाता है। चैन्नई, मुंबई और कोलकाता बंदरगाह पर जानवरों को उतरा जाता है।
बाद में इन्हें सड़क मार्ग से विभिन्न राज्यों में व्यापारियों तक पहुंचाया जाता है। जानवरों को अफ्रीका, जिम्बाम्बे, केन्या, थाइलैंड से मंगवाया जाता है। मामले में अंतर्राष्ट्रीय गिरोह से व्यापारियों के तार जुड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि हैदराबाद से आए जानवरों को एसटीएसएफ ने न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। साथ ही दिल्ली से गिरफ्तार किए गए व्यापारी व तस्कर कार्तिक की पांच दिन और रिमांड बढ़ा दी है।
मुंबई से जानवरों को उतराने के बाद ट्रक से भेजने की व्यवस्था की जाती है। हैदराबाद से इंदौर एसटीएसएफ की टीम गुरुवार सुबह आई है और तुरंत ही हैदराबाद से जब्त किए विदेशी जानवरों के बारे में न्यायालय को जानकारी दी। इन्हें चिड़ियाघर में रखा गया है।
देवास से विदेशी जानवरों की तस्करी मामले की शुरू हुई जांच अब चार राज्यों तक पहुंच चुकी है। देवास में सुमित मित्रा से पूछताछ में दिल्ली के कार्तिक के बारे में एसटीएसएफ को जानकारी मिली थी। कार्तिक को गिरफ्तार कर छानबीन की गई तो वह विदेशी जानवरों को उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर के उत्कर्ष अग्रवाल से खरीदता था।
लगातार कार्तिक से एसटीएसएफ पूछताछ कर रही है, जो गिरोह से जुड़े बाकी तस्करों के बारे में पता लगा रही है। हैदराबाद के व्यापारी तक पहुंचने से पहले वह फरार हो गया है। इसकी तलाशी के लिए तेलगांना और आध्र प्रदेश में भी टीमें भिजी गई है। सूत्रों के मुताबिक कार्तिक ने पूछताछ में खुलासा किया है कि कई बार फर्जी बिल और दस्तावेज बनाकर जानवरों को लाया जाता है।