CG News: एक्शन में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी, सुपेबेड़ा में डायलिसिस और नेफ्रोलाजी सेंटर खोलने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बैठक में चिकित्सकों और निचले स्टाफ की पदस्थापना को लेकर चर्चा की और रिक्त पदों को जल्द व्यापमं व पीएससी के माध्यम से भरे जाने के निर्देश दिए। एनीमिया की दवाइयों के सैंपल की जांच के भी निर्देश दिए हैं।
HIGHLIGHTS
- स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने की मैराथन बैठक
- सुपेबेड़ा में डायलिसिस सेंटर खोलने के निर्देश
- माडल नेफ्रोलाजी सेंटर खोलने की भी अनुशंसा
रायपुर : आचार संहिता खत्म होते ही सरकार एक्शन मोड में आ गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शुक्रवार को मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक लेकर विभाग के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने सुपेबेड़ा में किडनी प्रभावितों को राहत देते हुए यहां डायलिसिस सेंटर खोलने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यहां माडल नेफ्रोलाजी सेंटर खोलने की भी अनुशंसा की है।
मलेरिया और सिकल सेल एनीमिया पर भी मंथन:
मंत्री ने मलेरिया और सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के बारे में बात करते हुए कहा है कि इसको लेकर समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। इसके लिए जिन क्षेत्रों में इन बीमारियों का संक्रेंद्रण ज्यादा है वहां ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कर लोगों को इनसे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाए। चिकित्सकों और निचले स्टाफ की पदस्थापना को लेकर चर्चा की और रिक्त पदों को जल्द व्यापमं व पीएससी के माध्यम से भरे जाने के निर्देश दिए। एनीमिया की दवाइयों के सैंपल की जांच के भी निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव के नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है और सभी मेडिकल कालेज और जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जायसवाल ने अधिकारियों को कहा है कि विष्णु के सुशासन में उन्हें रिपोर्ट नहीं, बल्कि रिजल्ट चाहिए ताकि राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं निरंतर मिलती रहें।
जायसवाल ने कहा कि राज्य मे स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के लिए ये आवश्यक नहीं है कि बजट की उपलब्धता रहे, बल्कि आवश्यक ये है कि मजबूत इच्छाशक्ति हो, हमें ऐसा काम करना है जिससे लोगों के मन में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सकारात्मक भाव आए।