Bilaspur Weather Update: बूंदाबांदी के बीच बढ़ी गर्मी, तापमान 42.4 डिग्री, मानसून के आने का प्रतिक्षा
जून के पहले हफ्ते में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है। जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के आगमन में अभी कुछ दिनों की देरी है।
HIGHLIGHTS
- दक्षिण छग से होगा प्रवेश वर्षा ऋतु आने का बेसब्री से इंतजार।
- द्रोणिका के असर से वर्षा
- गर्मी और उमस से आमजन बेहाल।
राहत के बजाए लोग पसीने से तर-बतर दिखे। शाम को भी गर्म हवा चली। न्यायधानी में इन दिनों बढ़ती गर्मी और उमस ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। जून के पहले हफ्ते में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है। जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के आगमन में अभी कुछ दिनों की देरी है, जिससे लोगों को जल्द राहत मिलने की संभावना कम है। गर्मी और उमस के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
विशेषकर बुजुर्ग और बच्चों पर इसका बुरा असर दिखाई दे रहा है। हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामले बढ़ रहे हैं। चिकित्सकों ने लोगों को घर में रहने, पर्याप्त पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है। एक बार फिर शहर के बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया। लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हुए। बिजली की बढ़ती खपत के चलते कई इलाकों में बार-बार बिजली कटौती भी हो रही है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
मानसून के आने का प्रतिक्षा
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी। लोगों को अब सिर्फ मानसून का इंतजार है, जिससे वे इस असहनीय गर्मी से निजात पा सकें। हालांकि अभी कुछ दिनों तक गर्मी और उमस का असर बना रहेगा। मौसम विशेषज्ञ अब्दुल सिराज खान का कहना है कि मानसून छत्तीसगढ़ की दहलीज पर पहुंच चुका है।
दक्षिण छग से होगा प्रवेश
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा का कहना है कि मानसून उत्तरी सीमा रत्नागिरी, सोलापुर, मेडक, भद्राचलम, विजयनगरम और इस्लामपुर से होकर गुजर रहा है। अगले तीन से चार दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र (मुंबई सहित) के कुछ और हिस्सों, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य के शेष हिस्सों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
द्रोणिका के असर से वर्षा
मौसम विभाग की मानें तो एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश से पूर्वी पश्चिम बंगाल तक समुद्र तल से 0.9 किमी विस्तारित है। छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज के साथ बिजली चमकने और तेज हवा चलने की संभावना है। अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। जिले में भी लगभग ऐसा ही अनुमान है। गर्मी का असर रहेगा।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम बिलासपुर 42.4 28.4 पेंड्रारोड 39.0 25.8 अंबिकापुर 38.2 25.3 माना 41.2 28.7 जगदलपुर 33.8 23.2