Korba News: मतगणना केंद्र में अनावश्यक विवाद करने पर होगी सख्त कार्रवाई, मतगणना केंद्र के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना केंद्र के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। 100 मीटर की परिधि में वाहन ले जाने की अनुमति किसी को नहीं होगी।
HIGHLIGHTS
- मतगणना के लिए रिटर्निंग, सहायक रिटर्निंग आफिसर को मिला प्रशिक्षण
- जून को जिला मुख्यालय के आईटी कालेज में मतगणना होगी।
- प्रत्याशी एक टेबल के लिए एक मतगणना एजेंट सहित ईटीपीवीएस व पोस्टल वैलेट गणना के लिए एक-एक एजेंट नियुक्त कर सकेंगे।
इस कड़ी में शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कोरबा जिले की चार विधानसभा और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के मरवाही विधानसभा, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के भरतपुर-सोनहत, मनेन्द्रगढ़ विधानसभा तथा कोरिया जिले के बैकुंठपुर विधानसभा के सहायक रिटर्निंग आफिसर, रिटर्निंग, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और जिले के मास्टर ट्रेनर्स को मतगणना के संबंध में प्रशिक्षित किया गया।
इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत वसंत ने कहा कि मतगणना में नियुक्त अधिकारियों से कहा कि पारदर्शिता से मतगणना कराना है। मतगणना प्रारंभ होने से लेकर संपूर्ण रूप से समाप्ति तक मतगणना कक्ष में गंभीरता और सावधानी बरतनी है।
मतगणना स्थल पर अनावश्यक विवाद उत्पन्न करने वालों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मतगणना सुचारू रूप से संपन्न कराना है। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर पुलक भट्टाचार्य, श्रीकांत वर्मा, डा.एमएम जोशी और प्रोग्रामर शीतल अग्रवाल ने मतगणना के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि मतगणना केंद्र में मतगणना कार्य में नियुक्त गणना सुपरवाईजर एवं गणना सहायक, आयोग द्वारा अधिकृत व्यक्ति, निर्वाचन ड्यूटी में लगाए गए सरकारी अधिकारी-कर्मचारी, अभ्यर्थी, उनके मतदान अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ता जारी प्रवेश पत्र के साथ ही प्रवेश कर सकेंगे।
प्रत्याशी एक टेबल के लिए एक मतगणना एजेंट सहित ईटीपीवीएस व पोस्टल वैलेट गणना के लिए एक-एक एजेंट नियुक्त कर सकेंगे। मतगणना एजेंट मतगणना कक्ष में अपनी निर्धारित सीट पर भी बैठ सकेंगे। उन्हें मतगणना कक्ष में टेबल सीट बदलने की अनुमति नहीं होगी।
मतगणना कक्ष में प्रत्याशी स्वयं मतगणना कक्षों में प्रवेश कर सकेंगे। सुबह सात बजे से शुरू होगी मतगणना मतगणना में तैनात किए जाने वाले मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायक और माइक्रो आब्जर्वरों का भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक की उपस्थिति में मतगणना के 24 घण्टें पहले विधानसभावार रेंडमाइजेशन किया जाएगा और मतगणना के दिन सुबह पांच बजे टेबल का आबंटन किया जाएगा।
सभी गतिविधियों की अनिवार्य रूप से वीडियोग्राफी करायी जाएगी। सुबह सात बजे तक सभी गणना कर्ता अपने टेबल पर बैठ जाएंगे। इस दौरान मतगणना हाल में वीवीपीएटी काउंटिंग बूथ के माध्यम से होने वाली गणना को माडल के जरिए प्रदर्शित भी किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रत्येक हॉल में ईवीएम से मतों की गणना के लिए 14-14 टेबल लगायी जाएंगी। मतगणना सुबह आठ बजे से प्रारंभ हो जाएगी ।
प्रशिक्षण में मतगणना केंद्रों में दूरसंचार, इंटरनेट, विद्युत, जनरेटर, पेयजल व्यवस्था, परिणामों की घोषणा के लिए लाउड स्पीकर, आपात चिकित्सा व्यवस्था, अग्निशमन यंत्र तथा कानून व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया। पुलिस अधिकारी मतगणना स्थल में नहीं कर सकेंगे प्रवेश निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार पुलिस के अधिकारी कर्मचारी मतगणना कक्ष तक नहीं जा सकेंगे।
आवश्यकता पड़ने पर पुलिस अधिकारी या कर्मचारी या सुरक्षा में लगे बल को रिटर्निंग आफिसर के बुलाने पर ही मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति होगी। मंत्री, राज्य मंत्री, मंत्री का दर्जा प्राप्त अध्यक्ष, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगम के पदाधिकारी, नगर पंचायतों के पदाधिकारी सहित सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति मतगणना एजेंट के रूप में नियुक्त नहीं हो सकेंगे।
हर विधानसभा के पांच मतदान केंद्रों का रेंडम आधार पर चयन कर उसकी वीवीपैट मशीन की पर्चियों की गणना अनिवार्य रूप से की जायेगी। मतगणना स्थल पर नियुक्त कर्मचारियों को अलग अलग रंगों के पास दिये जायेंगे ताकि संबंधित कर्मचारी अपने डयूटी वाले निर्धारित स्थल पर रहे।
सीसी कैमरे से होगी मतगणना कक्ष की निगरानी प्रत्याशी, मतगणना एजेंट, मतगणना कर्मी सहित किसी भी अधिकारी या कर्मचारी या मीडिया प्रतिनिधि के लिए मतगणना कक्ष में मोबाइल फोन ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित होगा। आयोग द्वारा प्रदत्त प्राधिकार पत्रधारी मीडिया प्रतिनिधियों के लिए मतगणना केंद्र में एक मीडिया सेंटर भी होगा। जहां पर इंटरनेट सुविधा सहित मोबाइल रखने की व्यवस्था रहेगी।
मतगणना केंद्र के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। 100 मीटर की परिधि में वाहन ले जाने की अनुमति किसी को नहीं होगी। मतगणना प्रक्रिया के दौरान स्ट्रांगरूम खोलने तथा ईवीएम को मतगणना कक्ष तक ले जाने के दौरान वीडियोग्राफी कराई जायेगी। इसके अलावा सीसी टीवी से भी नजर रखी जाएगी। बिना परिचय पत्र किसी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा।