शिक्षक दिवस पर छत्‍तीसगढ़ के 55 गुरुजनों का सम्मान आज, तीन शिक्षकों को मिलेगा राज्य शिक्षक स्मृति पुरस्कार

शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में छत्‍तीसगढ़ के 55 शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। बिलासपुर की व्याख्याता डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम के शिक्षक राजर्षि पांडेय को डॉ. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार, और दुर्ग की डॉ. सरिता साहू को डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

HighLights

  1. दुर्ग की डॉ. सरिता साहू को डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
  2. बिलासपुर की डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को मिलेगा डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार।
  3. कबीरधाम के शिक्षक राजर्षि पांडेय डॉ. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार होंगे सम्‍मानित।

रायपुर। राजभवन में शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुवार को राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें राज्य के 55 शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। कार्यक्रम सुबह 11 बजे राजभवन के दरबार हाल में होगा। जिसमें राज्यपाल रमेन डेका मुख्य अतिथि होंगे।

 

राज्य शिक्षक स्मृति पुरस्कार में शासकीय हाईस्कूल पाली, बिलासपुर की व्याख्याता डा. रश्मि सिंह धुर्वे को डा. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंगरपुर, कबीरधाम के शिक्षक राजर्षि पांडेय को डा. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धौंराभाठा, दुर्ग की डा. सरिता साहू को डा. बल्देव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

naidunia_image

राजर्षि पांडेय ने खेल और योग पर भी दिया जोर

पूर्व माध्यमिक शाला सिंगरपुर के शिक्षक राजर्षि पांडेय को डा. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने बताया कि शिक्षक बनने की प्रेरणा पिता से मिली थी। 1995 में शिक्षकीय सेवा की शुरुआत की। 28 वर्षों की इस यात्रा में न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि खेलकूद, पुरातत्व, पर्यावरण और विज्ञान के क्षेत्रों में भी कार्य और उपलब्धियां हासिल की। शिक्षण के अलावा, बहुकक्षा बहुस्तरीय शिक्षण, खेलकूद और योग में राज्य स्तरीय प्रशिक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। कुकदूर के विद्यालय में एक वर्ष तक निशुल्क शिक्षण कार्य किया।

नवाचार से रश्मि ने स्‍कूल को दिलाई राष्ट्रीय पहचान

बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लाक के पाली विद्यालय की व्याख्याता रश्मि सिंह धुर्वे को डा पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार मिलेगा। 2013 में वह व्याख्याता बनी थीं। तब वहां न ही स्कूल भवन था, न कोई संसाधन और न अन्य शिक्षक थे। विद्यार्थियों की संख्या भी मात्र 10 थी। रश्मि सिंह ने हर चुनौती का सामना दृढ़ संकल्प के साथ किया। उन्हें प्रभारी प्राचार्य के रूप में कार्य करते हुए 11 वर्ष हो चुके हैं। उन्होंने कुल 20 प्रकार के नवाचारों का संचालन कर आज स्कूल को राष्ट्रीय स्तर की पहचान दिलाई है।

दिव्यांगों को पढ़ाने सरिता ने लिया ब्रेल लिपि का सहारा

दुर्ग के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धौंराभाठा की शिक्षिका डा.सरिता साहू को डा.बल्देव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार मिलेगा। डा. सरिता 2008 से धौंराभांठा में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम की शुरुआत कर नवाचार किया। चित्र और कार्टून से भी पढ़ाया। दिव्यांगों को पढ़ाने के लिए ब्रेल लिपि सहारा लिया। लोक कथा का ब्रेल में रूपांतरण किया। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में एमए छत्तीसगढ़ी के लिए डा. सरिता की पुस्तक ‘ओड़ जाति की लोक कथाएं’ संदर्भ ग्रंथ के रूप में शामिल है। उनकी चार पुस्तकों का विभिन्न विश्वविद्यालयों में उपयोग हो रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button