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Bada Mangal 2024: जानें कब है ज्येष्ठ माह का पहला ‘बड़ा मंगल’, कुंडली से मंगल दोष दूर करना है तो ऐसे करें पूजा

HIGHLIGHTS

  1. मंगलवार का दिन बजरंगबली को विशेष प्रिय होता है।
  2. ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को हनुमान जी की विशेष आराधना करना चाहिए।
  3. ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगल इस बार 28 मई 2024 को मनाया जाएगा।

धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू नववर्ष का तीसरे माह को ज्येष्ठ माह कहा जाता है और इस माह में हर आने वाले हर मंगल को बड़ा मंगल कहा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि मंगलवार का दिन बजरंगबली को विशेष प्रिय होता है, इसलिए ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को हनुमान जी की विशेष आराधना करना चाहिए। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगल इस बार 28 मई 2024 को मनाया जाएगा। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, बड़ा मंगल पर हनुमान जी की पूजा आराधना करने से सभी संकटों से छुटकारा मिलता है।

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बड़ा मंगल पर ऐसे करें हनुमान जी की पूजा

  • मंगलवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
  • सूर्य देव को जल अर्पित करें।
  • मंदिर की साफ-सफाई कर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें।
  • एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित करें।
  • हनुमान जी को साफ वस्त्र पहनाएं।
  • हनुमान जी को रोली, अक्षत और पुष्प अर्पित करें।
  • घी का दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों का जाप करें।
  • हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करना फलदायी होता है।
  • प्रसाद में बूंदी के लड्डू, मिठाई और फल का भोग लगाएं।
  • अपने सामर्थ्य के अनुसार, गरीबों को दान करें।

मंगलवार को इन मंत्रों का करें जाप

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं

दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं

रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः

यश कीर्ति प्राप्ति के लिए इस मंत्र का करें जाप

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय

प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

इस मंत्र जाप से पराजित होंगे शत्रु

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय रामसेवकाय

रामभक्ति तत्पर हाय राम हृदयाय लक्ष्मण शक्ति

भेदनिवावरणाय लक्ष्मणरक्षकाय दुष्टनिबर्हणाय रामदूताय स्वाहा।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

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