सफेद मदार घर की इस दिशा में लगाने से गणेशजी होते हैं प्रसन्न, खाली नहीं रहेगी तिजोरी

मदार, श्वेतार्क का पौधा भगवान शिव और गणेशजी को प्रिय माना जाता है और इसके फूल व पत्तियां उनकी पूजा में अर्पित की जाती हैं। यह पौधा आयुर्वेद में शक्तिशाली माना जाता है और त्वचा, कान दर्द, पेट की समस्याओं, और अस्थमा जैसी बीमारियों में उपयोगी है।

HIGHLIGHTS

  1. इसे अर्क, मदार, श्वेतार्क, अकौआ भी कहते हैं
  2. श्वेतार्क का पौधा भगवान गणेश को है अतिप्रिय
  3. दक्षिण-पश्चिम दिशा में मदार लगाना होता है शुभ

धर्म डेस्क । सफेद मदार का पौधा हिंदू धर्म में विशेष रूप से भगवान शिव और गणेश को समर्पित है। इसे मंदार’, आक, ‘अर्क’ और अकौआ भी कहते हैं। सफेद मदार को श्वेतार्क या सफेद अकाव भी कहा जाता है। श्वेतार्क का पौधा शुभता, समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है। यह वास्तु दोषों को दूर करने में मदद करता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि श्वेतार्क का पौधा कहां लगाना चाहिए, इसके लाभ क्या हैं, और इसे किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए।

गणेशजी का वास

मदार का पौधा भगवान शिव और गणेश दोनों का प्रिय माना जाता है। श्वेतार्क के पौधे में गणेश जी का वास होता है। इसके पत्तों को गणेश जी की पूजा में अर्पित करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। श्वेतार्क के पौधे की जड़ से बनी गणेश प्रतिमा की पूजा करने से भक्तों को लाभ मिलता है। यह पौधा विशेष रूप से शुभ माना जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

naidunia_image

कहा लगाएं श्वेतार्क का पौधा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, श्वेतार्क का पौधा घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा सूर्य देव और पितृ देवताओं से जुड़ी है, और श्वेतार्क दोनों का प्रिय पौधा है। इस दिशा में श्वेतार्क लगाने से घर में शांति और समृद्धि आती है, और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है। श्वेतार्क का पौधा घर के ग्रहों की स्थिति को ठीक करने में भी सहायक होता है।

श्वेतार्क के पौधे से लाभ

श्वेतार्क का पौधा वास्तु दोषों को दूर करने में मदद करता है। इसे घर में लगाने से धन-दौलत की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, यह पौधा शांति, सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस पौधे की पूजा से दरिद्रता दूर होती है और घर में शांति का वातावरण बना रहता है।

naidunia_image

किस दिशा में न लगाएं श्वेतार्क का पौधा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, श्वेतार्क का पौधा उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए। यह दिशा देवताओं और ज्ञान से जुड़ी होती है, और श्वेतार्क का पौधा दक्षिण-पश्चिम दिशा का पौधा माना जाता है। इस दिशा में श्वेतार्क लगाने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा, इसे पूर्व और पश्चिम दिशा में भी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे सूर्य और पितृ देवताओं से जुड़ी ऊर्जा कमजोर हो सकती है।

naidunia_image

आयुर्वेद में शक्तिशाली मदार

मदार (आक) का पौधा आयुर्वेद में शक्तिशाली माना जाता है और इसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह त्वचा, कान के दर्द, पेट की समस्याओं और अस्थमा जैसी बीमारियों में राहत प्रदान करता है। हालांकि, यह विषैला भी है, इसलिए इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। मदार के फूलों को सुखाकर चूर्ण तैयार किया जाता है, जो अस्थमा और फेफड़ों की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button