Power Cut In Bilaspur: बिजली बंद तो अंधेरे में गुजारनी पड़ेगी रात, बेलगाम फ्यूज काल सेंटर"/>

Power Cut In Bilaspur: बिजली बंद तो अंधेरे में गुजारनी पड़ेगी रात, बेलगाम फ्यूज काल सेंटर

रात दो बजे जब सुधार दल पहुंचा, तब लोगों ने कहा कि फ्यूज सुधारने के लिए अच्छी क्वालिटी का तार लगाए। लेकिन, उसने कहा कि उनके पास यही तार है।

HIGHLIGHTS

  1. बेलगाम फ्यूज काल सेंटर, अधिकारी भी बेबस।
  2. अधीक्षण यंत्री की नहीं सुनते अधिकारी।
  3. कर दो शिकायत, मैं नहीं डरता
 बिलासपुर। बिजली की लचर व्यवस्था ने उपभोक्ताओं का सुकून छीन लिया है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां दिन में तीन से चार बार बिजली सप्लाई ठप न होती हो। यह समस्या रात में आ गई तो भूल जाइए कि बिजली कब सुचारू होगी। पूरी रात अंधेरे व गर्मी के बीच गुजारनी पड़ेगी। दरअसल यह स्थिति कंपनी की लचर व्यवस्था के चलते निर्मित हो रही है। शनिवार को मंगला क्षेत्र में रात 10 बजे के लगभग बिजली बंद हो गई। करीब आधे घंटे बाद फीडर चालू हुआ। लेकिन, एक फेस की सप्लाई फ्यूज उड़ने के कारण ठप हो गई।

राजाबाड़ा ट्रांसफार्मर में आई इस खराबी को ठीक कराने के लिए लोगों ने फ्यूज काल सेंटर पर काल किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। देखते ही देखते ट्रांसफार्मर के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई। काफी जद्दोजहद के बाद फोन रिसीव किया। उस समय रात के 11:30 बजे चुके थे। पहले तो उस कर्मचारी ने कहा कि वहां स्टाफ गया था और सुधार कर लौट गया है। यह सुनकर ग्रामीण आग बबूला हो गए।

दरअसल फ्यूज काल सेंटर पर बैठा कर्मचारी झूठ बोल रहा था। इसके बाद कर्मचारी ने फोन रख दिया। दोबारा फिर प्रयास किया गया तब करीब 25 मिनट के प्रयास के बाद काल रिसीव हुआ। इस पर उसने कहा कि टीम थोड़ी देर बाद पहुंचेगी। दूसरी जगह सुधार कर रहे हैं। दरअसल फ्यूज सुधार करने वाली टीम कार्यालय में ही मौजूद थी। थोड़ी देर बाद पहुंचने वाली टीम एक घंटे गुजरने के बाद भी नहीं पहुंची। इसके बाद डीई, एई व जेई को फोन किया। रात डेढ़ बजे अधीक्षण यंत्री पीके साहू को सूचना दी गई। तब जाकर फ्यूज सुधार टीम पहुंची।

अधीक्षण यंत्री की नहीं सुनते अधिकारी

अधीक्षक यंत्री पीके साहू की भी अधीनस्थ अधिकारी नहीं सुनते। उनकी सूचना के बाद भी फ्यूज सुधार दल को पहुंचने में लगभग 45 मिनट लग गए। लोगों में बिजली कंपनी की इस लचर व्यवस्था को लेकर खासा नाराजगी है। आए दिन आने वाली इस दिक्कत को लेकर किसी भी दिन वह कार्यालय का घेराव कर सकते हैं। शनिवार की रात यदि बिजली नहीं आती तो लगभग घेराव की तैयारी हो चुकी थी।

कर दो शिकायत, मैं नहीं डरता

बार-बार निवेदन के बाद भी जब बिजली सुधार दल मौके पर नहीं पहुंचा, तब लोगों ने फ्यूज काल सेंटर पर बैठे कर्मचारी से शिकायत करने की बात कहीं। इस पर उसका कहना था कि जिससे भी शिकायत करनी है कर दो नहीं डरता। कर्मचारी जिस लहजे में बात कर रहा था, उससे तो ठेकेदार व अधिकारियों के बीच गहरी सांठगांठ होने का मामला स्पष्ट हो रहा था।

कमजोर तार से लगाते हैं फ्यूज

रात दो बजे जब सुधार दल पहुंचा, तब लोगों ने कहा कि फ्यूज सुधारने के लिए अच्छी क्वालिटी का तार लगाए। लेकिन, उसने कहा कि उनके पास यही तार है। दरअसल ठेकेदार की ओर से यही उपलब्ध कराया जाता है। जबकि उन्हें ऐसा तार लगाना है, जो जल्दी खराब न हो। अभी फ्यूज सुधारने के लिए पूरे शहर में घटिया क्वालिटी के तार का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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