नेपाल सीमा से दो संदिग्ध आरोपियों को किया गिरफ्तार, रॉ के फर्जी आईडी कार्ड बरामद, पुलिस मामले की जांच में जुटी
वाराणसी के महराजगंज के नौतनवा से रॉ की फर्जी आईडी और प्लास्टिक की पिस्टल, एक्सीयूवी और ड्राइवर के साथ दो युवकों की गिरफ्तारी हुई है. शहर के सारनाथ थाना क्षेत्र के अशोक विहार कॉलोनी फेज 2 में रहने वाले युवकों के घर पुलिस ने पहुंचकर घर वालों से युवकों के बारे में जानकारी ली.
पुछताछ में युवक के घर पहुंच पुलिस
गिरफ्तार युवक के परिजन ने पुलिस को बताया कि बीते साल अगस्त में पत्नी संदिग्ध तरीके में गायब हो गई थी. युवक लगातार अपनी पत्नी की तलाश में बाहर निकलता रहता है. युवक का घर पर भी आना जाना कम रहता है. 6 अप्रैल को बातचीत के दौरान युवक ने परिजनों को बताया था कि उसकी पत्नी का पता चल गया है वो नेपाल बॉर्डर पर रहती है, पत्नी को लेकर घर आएगा इसके अलावा परिजनों ने युवक के बारे में कोई और जानकारी पुलिस को नहीं दी.
क्या था पूरा मामला
महराजगंज के नौतनवा से हिरासत में लिए गए वाराणसी के युवक राहिल परवेज सीमेंट बेचने का काम करता है. 2015 में राहिल परवेज की मुलाकात नई दिल्ली की रहने वाली सोनिया शाक्य से हुई. मुलाकात के बाद दोनो ने शादी कर ली. राहिल की शादी का घर वालों ने विरोध किया तो राहिल परवेज सोनिया को लेकर अलग किराए के मकान में रहने लगा. शादी के बाद सोनिया ने अपना नाम जिया खान कर लिया. शादी के बाद दोनों को एक बेटा भी हुआ. 5 अगस्त 2021 को सोनिया /जिया अपने बेटे के साथ संदिग्ध हाल में गायब हो गई. राहिल परवेज ने संदिग्ध हाल में गायब पत्नी और बच्चे की सारनाथ थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
फोन पर मिली पत्नी की जानकारी
राहिल परवेज के छोटे भाई आसिद ने पुलिस को बताया कि, एक फोन आया था जिस पर बताया कि उसकी पत्नी जिया का पता चल गया है. नेपाल बॉर्डर के पास कहीं रह रही है. राहिल परवेज के साथ वाराणसी का चोबेपुर थाना क्षेत्र विशुनपुरा निवासी मिथलेश उर्फ अजय मिश्रा उर्फ विकास नारायण मिश्रा भी साथ है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
कमिश्नरेट पुलिस ने बताया कि राहिल परवेज और मिथलेश मिश्रा हिरासत में लिए गए हैं. नौतनवा के गेस्ट हाउस से महाराजगंज की पुलिस को ये जानकारी मिली है. 30 मार्च से गेस्ट हाउस में रुके हुए थे. दोनों नेपाल जाने की तैयारी में थे. पुलिस को राहिल परवेज की गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही है. राहिल परवेज और ड्राइवर मिथलेश मिश्रा के मोबाइल को कब्जे में लेकर काल डिटेल को रिकॉर्ड और सीडीआर खंगाला जा रहा है.