CG News: ‘प्रोफेसर’ के नाम से ड्रग्स का खेल, Money Heist वेब सीरीज देखकर बनाए गए किरदार, ऐसे हुए गिरफ्तार
वेब-सीरीज मनी हाइस्ट से प्रभावित होकर स्वयं की पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के उद्देश्य से तस्करों ने सीरीज के किरदारों के नाम पर अपने नाम जैसे प्रोफेसर , लूसीफर, बर्लिन और अन्य रखे थे। सभी एक-दूसरे को इन्हीं नामों से संबोधित करते थे।
HIGHLIGHTS
- वेब सीरीज से प्रभावित होकर रखे तस्करी में शामिल लोगों के नाम
- मुख्य सरगना का नाम प्रोफेसर, लूसीफर, बर्लिन अन्य नाम रखे
- दूसरे की आईडी देकर होटल में रुकता था प्रोफेसर
रायपुर: रायपुर में मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदार के नाम पर ड्रग्स का कारोबार चल रहा था। पुलिस ने इस गिरोह का मंगलवार को भंड़ा-फोड़ किया। चार युवक और एक युवती को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों को होटल और फार्म हाउस से पकड़ा गया है।
आरोपित कुसुम हिंदुजा निवासी अवंति विहार शंकर नगर थाना खम्हारडीह, चिराग शर्मा निवासी पुरानी बस्ती तिल्दा नेवरा, आयुष अग्रवाल आजाद चौक और महेश सिंग खड़गा निवासी हाउस खम्हारडीह रायपुर, हाल पता – मालवी नगर खिडकी एक्सटेंशन पंचशील विहार थाना मालवी नगर दिल्ली को नौ ग्राम एमडीएमए और कोकीन के साथ पकड़ा गया है। शहर में बड़े होटल, क्लब में इनका आना जाना था। वहीं ये सप्लाई करते थे। इसने पास से बीएमडब्ल्यू कार जब्त की गई।
वेब सीरीज से प्रभावित रखा नाम प्रोफेसर
वेब-सीरीज मनी हाइस्ट से प्रभावित होकर स्वयं की पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के उद्देश्य सीरीज के किरदारों के नाम पर अपने नाम जैसे प्रोफेसर (आयुष अग्रवाल), लूसीफर (कुसुम हिंदुजा), बर्लिन और अन्य रखे थे। सभी एक-दूसरे को इन्हीं नामों से संबोधित करते थे। सीरीज में मुख्य सरगना का नाम प्रोफेसर रहता है, जिस पर प्रकरण में मुख्य आरोपित आयुष अग्रवाल को प्रोफेसर कहा जाता था। आयुष होटल सेमराक में दूसरे की आइडी से बुक किए गए रूम में रूका हुआ था। वाट्सएप ग्रुप का नाम भी प्रोफेसर रखा गया था। अब उस ग्रुप में कितने लोग जुड़े हुए हैं, पुलिस उसकी जांच कर रही है।
पुलिस ने प्लानिंग के साथ मारी रेड
मंगलवार को रायपुर के क्राइम एडिशनल एसपी संदीप मित्तल ने मामले का राजफाश करते हुए बताया सप्लाई करने वालों की सूचना मिली। जिस पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना प्रभारी खम्हारडीह को आरोपितों को प्रतिबंधित मादक पदार्थ के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए निर्देशित किया गया। जिस पर धोेतरे मैरिज गार्डन के एक कमरे में रेड कार्रवाई की गई। इस दौरान कमरे में दो लोग मिले। इसमें एक युवती कुसुम हिंदुजा और युवक चिराग शर्मा मिले।
टीम के सदस्यों द्वारा उनकी तलाशी लेने पर उनके पास छोटे जिप पालिथीन में प्रतिबंधित मादक पदार्थ मादक पदार्थ कोकीन एवं एक इलेक्ट्रानिक तराजू रखा होना पाया गया। दोनों आरोपितों से उनके अन्य साथियों के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने एक साथी आयुष अग्रवाल को सेमराक ग्रीन होटल और एक साथी महेश सिंग को भी रायपुर में रूकना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आयुष अग्रवाल और महेश सिंग को भी पकड़ा गया।
नाइजीरियन गिरोह से जुड़े तार
आरोपित महेश सिंह दिल्ली का रहने वाला है। वह आयुष को ड्रग्स सप्लाई करता था। महेश ड्रग्स को नाइजीरियन गिरोह से खरीदता था। वह पांच साल पहले केटरिंग का काम करता था। ऐसे में उसका रायपुर, दिल्ली सहित अन्य जगहों पर आना जाना लगा रहता था। वह नाइजीरियन से ड्रग्स लेकर ट्रेन के रास्ते रायपुर पहुंचता था। इसे बड़ी पार्टियों को सप्लाई करता था।
कार समेत 50 लाख का माल जब्त
इस मामले में पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 17 अलग-अलग छोटे जिप पालिथीन में रखें 2100 एमजी एमडीएमए और 6600 एमजी कोकीन जब्त किए है। इसके अलावा पुलिस ने कार, एक इलेक्ट्रानिक तराजू, आठ मोबाइल फोन, तीन सोने की चेन, आइपैड समेत 50 लाख रुपये का माल जब्त किया है। इस मामले में पुलिस नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।