Korba Crime News : मकान निर्माण का रकम नहीं मिलने से व्यथित होकर ठेकेदार ने की थी पत्नी व बच्ची की हत्या के बाद आत्महत्या
Korba Crime News : मकान निर्माण का रकम नहीं मिलने से व्यथित होकर ठेकेदार ने की थी पत्नी व बच्ची की हत्या के बाद आत्महत्या
HIGHLIGHTS
- ग्राम कुकरीचोली मिला था पति, पत्नी व मासूम की लाश
- आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाली महिला गिरफ्तार
- पुलिस को कमरे से सुसाइट नोट भी मिला था।
कोरबा : ग्राम कुकरीचोली में पत्नी व मासूम बच्ची की हत्या के बाद पति द्वारा स्वयं आत्महत्या करने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। पुलिस ने एक महिला को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। महिला द्वारा 1.88 लाख रूपए नहीं दिए जाने से परेशान होकर उक्त कदम उठाने का उल्लेख मृतक ने सुसाइट नोट में किया था।
जिला मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर दूर उरगा थाना अंतर्गत ग्राम कुकरीचोली में भाठापारा मोहल्ला में नौ मई को सुबह जयराम, उसकी पत्नी सुजाता तथा दो वर्ष की मासूम जयसिका का शव कमरे में मिला था। सुबह दरवाजा नहीं खुलने पर बड़े भाई श्रीराम ने दरवाजा तोड़ कर अंदर प्रवेश किया था, तब कमरे में सुजाता व जयसिका का शव बिस्तर पर पड़ा था, वहीं जमीन पर जयराम का शव पड़ा था। जयराम के गले में नायलोन की रस्सी का फंदा था,साथ ही कलई की नस कटी हुई थी। वहीं पत्नी सुजाता के गला को रेता गया था। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी समेत आला अफसर स्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुट गए। पुलिस ने प्रथम दृष्टया मामला अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हत्या करना पाये जाने पर अपराध धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस को कमरे से सुसाइट नोट भी मिला था। जिसे पुलिस ने मृतक के पूर्व में हाथ से लिखे गए कागजातों के आधार पर मिलान करने भेजा था।
इसके साथ पुलिस अपने स्तर जांच पड़ताल भी कर रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पत्नी व बच्चे की हत्या की पुष्टि हुई, जबकि जयराम के संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी। हालांकि पुलिस अपने स्तर पर जांच करते रही। सुसाइट नोट में जयराम ने मकान निर्माण का बकाया राशि एक लाख 88 हजार 100 रुपए संतोषी पति लाल सिंह निवासी सिलयारीभाठा द्वारा नहीं दिए जाने पर मरने जाने का, उल्लेख किया था। इसके आधार पर पुलिस ने मृतक के साथ काम करने वाले मिस्त्री, लेबर, रेजा का बयान पुलिस ने लिया। जांच उपरांत पुलिस ने मामले में धारा 306 को जोड़ते हुए संतोषी जगत के विरूद्ध पंजीबद्ध किया। विवेचना के बाद संतोषी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।