मीना कुमारी ने तीन बच्चों के पिता से की थी गुपचुप शादी, गुलजार से भी बढ़ने लगी थीं नजदीकियां, दिलचस्प थी कहानी
HIGHLIGHTS
- छोटी उम्र से ही उन्हें नाम और शोहरत मिलने लगी थी।
- असल जिंदगी में उनकी कहानी उतनी ही दर्दभरी थी।
- डायरेक्टर विजय भट्ट ने मीना कुमारी को फिल्म लेदरफेस में कास्ट किया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Meena Kumari Death Anniversary: बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्री रही मीना कुमारी आज भी अपनी अदाकारी के लिए याद की जाती हैं। उस समय मीना कुमारी के साथ काम करना हर कलाकार का सपना होता था। अपनी दिलकश अदाओं और खूबसूरत आंखों से एक्ट्रेस ने हर किसी का दिल जीता है। छोटी उम्र से ही उन्हें नाम और शोहरत मिलने लगी थी। रूप-रंग, धन-दौलत किसी भी चीज की कमी नहीं थी उन्हें। लेकिन सिर्फ एक चीज जिसके लिए वे जिंदगी भर तरसती रहीं, वो था प्यार। जितनी वे स्क्रीन पर खूबसूरत दिखती थीं, असल जिंदगी में उनकी कहानी उतनी ही दर्दभरी थी।
पिता के साथ फिल्मों के सेट पर जाती थीं
मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1933 को हुआ था। वे ट्रेजेडी क्वीन के नाम से काफी फेमस हुई थीं। लेकिन उन्हें कई नामों से पुकारा जाता था। एक्ट्रेस का असली नाम महजबीं बनो था। दरअसल, जब बचपन में मीना की आंखें काफी छोटी थीं, तो परिवार वाले उन्हें चीनी कहकर पुकारा करते थे। चार साल की उम्र में ही मीना ने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। डायरेक्टर विजय भट्ट ने मीना कुमारी को फिल्म लेदरफेस में कास्ट किया था। उन्होंने 13 साल की उम्र तक अधूरी कहानी, पूजा, एक ही भूल, नई रोशनी, कसौटी, विजय, गरीब, प्रतिज्ञा, बहन, लाल हवेली जैसी फिल्में कर ली थी।
छोटी से उम्र में ही फिल्मों की ओर किया रुख
जब मीना ने विजय भट्ट के साथ काम किया, तो उन्हें मजहबीं नाम अच्छा नहीं लगा। विजय ने मीना को बेबी मीना नाम दे दिया। इस तरह उनका एक और नाम पड़ गया। आज यानी 31 मार्च को मीना कुमारी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर आज हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से सुनाने जा रहे हैं। मीना जब छोटी थीं, तो उन्हें उनके अब्बू सेट पर ले जाया करते थे। काम के कारण मीना की पढ़ाई छूट गई थी। मीना अपने करियर में जितनी सक्सेसफुल थीं, उतनी ही अपनी लव लाइफ में असफल रहीं। उनका पहला प्यार लेखक और निर्देशक कमाल अमरोही थे। एक अखबार में उनकी फोटो देखने के बाद वे उन पर फिदा हो गई थीं।
तीन बच्चों के पिता से की थी शादी
कमाल को मीना का दीवाना बनने में ज्यादा समय नहीं लगा। कमाल की पहले से ही दो बीवियां थीं और तीन बच्चों के पिता भी थे। इसके बाद भी मीना ने उनसे प्यार किया। मीना कुमारी ने कमाल अमरोही के साथ चुपके से शादी भी कर ली थी। कई महीनों तक किसी को पता भी नहीं चला था। लेकिन जब उनके पिता को इस बात का पता चला, तो मीना ने अपनी सारी पैतृक संपत्ति छोड़कर, कुछ साड़ी लेकर वहां से निकल गईं। कुछ समय बाद कमाल और मीना के बीच दूरियां बढ़ गईं। कमाल को मीना की फेम रास नहीं आई। ऐसे में कुछ सालों में ही दोनों का रिश्ता खत्म हो गया।
धर्मेंद्र और मीना की नजदीकियां
मीना जब सुपरस्टार बन गईं, तो उनकी सिफारिश पर एक्टर धर्मेंद्र को कई फिल्मों में काम मिला। मीना ने ही धर्मेंद्र की पर्सनालिटी बनवाई। उन्हें अदाकारी के कई गुर सिखाए, इस तरह दोनों एक-दूसरे के करीब आने लगे। हालांकि, शादी शुदा होने के कारण वे अपने रिश्ते में आगे नहीं बढ़ पाए। बताया जाता है कि मीना और कमाल के रिश्ता टूटने की वजह धर्मेंद्र भी रहे हैं। धर्मेंद्र भी उस समय दो बच्चों के पिता होने के बाद भी मीना से अपना लगाव नहीं रोक पाए। जब वे हेमा मालिनी से मिले, तो अपने रिश्ते के लिए आगे बढ़े।
गुलजार को सौंपकर गईं अपनी कीमती चीज
धर्मेंद्र ने शादीशुदा और दो बच्चों (सनी और बॉबी देओल) का पिता होने के कारण मीना कुमारी से अपना लगाव रोक दिया। हालांकि, जब वह हेमा मालिनी से मिले, तो अपने ही ऊपर लगाई बंदिश से खुद को आजाद कर दिया। कमाल से अलग होने के बाद मीना गुलजार के करीब आई थीं। दोनों को शायरी का काफी शौक था। वहीं, मीना की शानदार अदाकारी पर गुलजार भी फिदा थे। इतना ही नहीं, मीना ने अपने जिंदगी के अंतिम दिनों में अपनी वसीयत की कीमती चीज गुलजार के नाम कर गई थीं। उन्होंने अपनी निजी डायरियां, जिसमें वे शायरी लिखती थीं, उसे गुलजार को सौंपकर गई थीं।