Raipur: रेत माफिया ने खनिज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जान बचाकर भागे, जानिए पूरा मामला
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। राजधानी रायपुर के आरंग थाना क्षेत्र में रेत घाट का निरीक्षण करने पहुंचे खनिज अधिकारियों के साथ रेत माफिया द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि माफियाओं ने अधिकारी और कर्मचारियों की डंडे से पिटाई की है। थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।
रिपोर्ट के अनुसार सूचना पर ग्राम हरदीडीह थाना आरंग तहसील में रेत का अवैध परिवहन उत्खनन एवं रेत घाट पर निरीक्षण के लिए शासकीय वाहन से जिला खनिज कार्यालय के सुपरवाइजर अवध साहू पूरी टीम के साथ मंगलवार रात सात बजे ग्राम हरदीडीह रेतघाट महानदी पहुंचे।
वहां पर रेतघाट से अवैध उत्खनन करते दो पोकलेन को पकड़ा गया। रात्रि तकरीबन 10 बजे जब्ती कार्रवाई की जा रही थी, उसी समय गोलू दीवान, राजू ओगरे, दिनेश, रिषभ और अन्य लोग आकर अधिकारी द्वारा बनाए गए जब्ती पत्रक को फाड कर फेंक दिया।
इसके बाद घेराबंदी कर गाली-गलौज करने लगे। जान से मारने की धमकी देकर हाथ में रखे डंडे से मारपीट कर दी। माफियाओं और उसके गुर्गों से घिरे अधिकारी-कर्मचारी वहां से किसी तरह से भागे और अपनी जान बचाई। इसके बाद थाने पहुंच कर इसकी सूचना दी।
बताया गया है कि इलाके में रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से हो रहा है। पूर्व सरकार के शासनकाल से यह खेल जारी है। चूंकि रेत का कारोबार करने वाले ऊंची राजनीितक पहुंच वाले होते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। जब कोई कार्रवाई करता है तो माफिया उससे मारपीट करते हैं।
छापामार टीम में विभाग के ये अधिकारी-कर्मचारी थे शामिल
रघुनाथ भारद्वाज और सुरक्षाकर्मी जितेंद्र केशरवानी, राजू बर्मन, प्रेससिंह कुर्रे, रामकुमार वर्मा व चालक छबिलाल साहू और उड़नदस्ता वाहन के चालक सुनील कुमार के वाहन में बैठकर अधिकारी कुमार मंडावी एवं सहयोगी प्रशिक्षु खनिज अधिकारी दीपक आनंद साहू, भूषण कुमार पटेल, चिरंजीव कुमार जांगडे, दयानंद तिग्गा, शिखर चेरपा, इंद्रलाल राजवाडे एवं छबिलेश्वर मौर्य एवं खनिज सिपाही प्रह्लाद बिसेन और अखिलेश देवांगन