रायपुर में 14 लाख की फर्जी लूट या कारोबारी के सेल्समैन की साजिश, पुलिस को रोज मिल रही ऐसी झूठी शिकायतें
HIGHLIGHTS
- कलेक्शन पुलिस के पास पहुंच रहीं झूठी शिकायतें
- पुलिस की पूछताछ में होता है राजफाश
- आवेदनकर्ता पहले से रच लेते हैं साजिश
रायपुर। Raipur News: खोदा पहाड़ निकली चुहिया… ऐसी स्थिति से रायपुर पुलिस को रोज गुजरना पड़ रहा है। दरअसल, लोग पुलिस में झूठी शिकायतें कर रहे हैं। औसतन पांच झूठी शिकायतें रोज पहुंच रही हैं। पुलिस प्रारंभ में इसे सच मानकर जांच करती है। बताए गए घटना स्थल पर भी जाती है।
150 से ज्यादा शिकायतें
हर महीने रायपुर पुलिस को 150 से ज्यादा झूठी शिकायतें मिल रही हैं। शिकायत पर पुलिस तत्काल एक्शन में आती है और मामले की जांच करती है। जिस इलाके से सूचना आती है, उस इलाके के थाना स्टाफ और साइबर सेल की टीम को भी लगना पड़ता है।
कई शरारती तत्व दे देते हैं डायल-112 पर गलत सूचना
शरारती तत्वों द्वारा डायल 112 में भी गलत सूचना दी जाती है। ऐसे में पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार तो गलत सूचना देने वाले पर अपराध दर्ज कर कार्रवाई भी की गई है।
केस-1 : सरस्वतीनगर थाना क्षेत्र में युवक ने 14 लाख रुपये की लूट की फर्जी कहानी रची थी। पिता ने बेटे को 14 लाख रुपये देकर पुणे, महाराष्ट्र में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही बेटी के बैंक खाते में जमा करने को कहा था। आनलाइन गेम खेलने का आदी बेटा इन पैसों से गेम में चढ़े कर्ज को चुकता करने के इरादे से दोस्त के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी गढ़कर थाने में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने जब कड़ाई बरती तो सारी सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने बिस्तर के नीचे छिपाकर रखे 14 लाख रुपये बरामद कर लिए।
केस-2 : एक्सप्रेस-वे पर कोल्ड स्टोरेज कारोबारी के मुंशी रमाकांत सोनी को चाकू टिकाकर लूट लिया गया था। रमाकांत ने बताया था कि लुटेरे बैग में भरे 85,000 रुपये लूट कर फरार हो गए। सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज किया गया है। मामला काफी उलझा हुआ है। अब तक पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।
केस-3 : राजेंद्र नगर इलाके में एक कारोबारी का सेल्समैन कलेक्शन के 92 हजार रुपये हड़पना चाहता था। उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी और मालिक को फोन करके अपने साथ लूट होने की सूचना दी। मालिक ने पुलिस को बताया। पुलिस लुटेरों की तलाश करती रही। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद सेल्समैन पर ही पुलिस को शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसकी असलियत सामने आई।
झूठी शिकायत पर एफआरआर
झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज करने का प्रविधान है। पुलिस ने कई मामलों में अपराध दर्ज किया है। अधिकांश लोग दूसरों को फंसाने के इरादे से झूठी शिकायतें करते हैं। इसके अलावा किसी की संपत्ति हड़पने के इरादे से भी शिकायत करते हैं।
एएसपी रायपुर लखन पटले ने कहा, हर महीने पुलिस को अलग-अलग माध्यम से 150 से ज्यादा झूठी शिकायतें मिलती हैं। प्रारंभ में पुलिस शिकायत को सच मानकर जांच करती है, जो बाद में झूठी निकलती है। झूठी शिकायतें करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रविधान है। कई मामलों में अपराध भी दर्ज किया गया है। झूठी शिकायत की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की जाएगी।