Raipur: बिजली विभाग के भंडार में भीषण आग, 4,000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर खाक, मौके पर पहुंचे CM साय, बोले- होगी जांच
HIGHLIGHTS
- – 20 से 25 एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं
- – 20 किलोमीटर दूर से भी काले धुएं का बादल देखा गया
- – दुर्ग जिले से भी बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी
रायपुर। Fire in Raipur Electric Office: राज्य विद्युत विभाग के गुढ़ियारी स्थित केंद्रीय भंडार में शुक्रवार को दोपहर लगभग एक बजे भयावह आग लग गई। इससे वहां रखे 4,000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर, पावर आयल, बिजली के केबल और मीटर जलकर खाक हो गए। भारत माता चौक के पास लगभग साढ़े तीन एकड़ के दायरे में स्थित स्टोर में हुई दुर्घटना से बिजली विभाग को 80 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
Raipur: ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट के बाद बिजली विभाग दफ्तर में लगी भीषण आग, आसमान में दूर तक दिखा धुएं का गुबार, मची अफरा-तफरी
आग बुझाने के लिए रायपुर फायर ब्रिगेड, औद्योगिक क्षेत्रों के अग्नि शमन दल और दुर्ग जिले से भी फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। एसडीआरएफ की 20-25 टीमें भी घटनास्थल पर पहुंची। दुर्ग जिले से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलानी पड़ी। लगभग 11 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग इतनी भयावह थी कि 20 किलोमीटर की दूरी से भी काले धुएं का बादल देखा गया। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए तीन किमी के दायरे को सील कर दिया और लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जबकि कुछ लोग तो डर के कारण घरों में ताले लगाकर भाग खड़े हुए।
आग से आसपास और उससे लगे क्षेत्रों में लगभग पांच हजार की आबादी प्रभावित हुई है। आग बुझने के बाद लोगों को अंधेरे और गर्मी के बीच रात गुजारनी पड़ी। घटना के बाद यहां की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। इस कारण लोगों को बाहर रहने वाले अपने स्वजन को हालचाल बताने के लिए दूसरे क्षेत्रों में जाकर मोबाइल चार्ज करना पड़ा।
यह आग लापरवाही की है या भ्रष्टाचार की
विद्युत विभाग के केंद्रीय भंडार में लगी आग लापरवाही से लगी है या फिर इसमें भ्रष्टाचार की भी भूमिका है यह अग्निकांड की जांच में ही सामने आएगा। लेकिन विद्युत विभाग सवालों के घेरे में जरूर है। उससे कई कड़े सवाल पूछे जाएंगे, उसके कई निर्णयों पर उंगलियां भी उठेंगी।
रिहायशी इलाके में केंद्रीय भंडार की मौजूदगी, ज्वलनशील पदार्थों-उपकरणों की अग्निसुरक्षा से जुड़े मुद्दे उठेंगे। दबी जुबान में कहा जा रहा है कि गुणवत्ताहीन खरीद पर पर्दा डालने के लिए कहीं यह साजिश तो नहीं रची गई है। उम्मीद की जाती है कि संबंधित विभाग के नीति निर्धारक बिना कोई देर किए मामले की निष्पक्ष जांच कराएंगे और भविष्य में इस तरह की घटना न हो इसके लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे।
मौके पर पहुंचे सीएम साय, बोले- होगी जांच
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देर रात मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से कोई जनहानि नहीं हुई। विभाग के अधिकारियों ने भी मुस्तैदी दिखाई। जिन लोगों को आर्थिक रूप से क्षति हुई है उसका आकलन किया जा रहा है। आग लगने के कारणों की भी जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगजनी की सूचना मिलते ही अपने सचिव पी दयानंद को भेजा था।
प्रदेशभर में सप्लाई
प्रदेश भर में सप्लाई गुढ़ियारी स्थित बिजली विभाग के भंडार गृह से प्रदेश के लगभग सभी जिलों के लिए मीटर, ट्रांसफार्मर सहित अन्य सामान सप्लाई किया जाता है। अब आगजनी के बाद यहां सप्लाई प्रभावित होगी।