छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा आकस्मिक मौतें, 2022 में 16 हजार 893 लोगों की गई जान, 7.9 प्रतिशत बढ़े आत्महत्या के मामले
रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2022 की हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार देश के 28 राज्यों में आकस्मिक मौतों की सर्वाधिक दर छत्तीसगढ़ में 56.4 प्रतिशत दर्ज की गई है। यहां 16,893 आकस्मिक मौतें हुई हैं। इनमें 248 प्राकृतिक कारणों से और 16,645 अन्य कारणों से हुईं है।
वर्ष 2021 में राज्य में 19,265 आकस्मिक मौतें दर्ज की गई थीं, जिनमें 244 प्राकृतिक कारणों से और 19,012 मौतें अन्य कारणों से हुईं थी। वर्ष 2022 में इसमें 12.3 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि दूसरे नंबर पर हरियाणा है, जहां आकस्मिक मौतों की दर 53.5 प्रतिशत और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र में 53.0 प्रतिशत है। आकस्मिक मृत्यु की राष्ट्रीय दर एक लाख आबादी पर 31.2 प्रतिशत बताई गई है।
दो श्रेणियों में आकस्मिक मौतों को बांटा
एनसीआरबी की रिपोर्ट में आकस्मिक मौतों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। प्राकृतिक कारणों जैसे बिजली गिरने, गर्मी, धूप, बाढ़, भूस्खलन आदि से होने वाली मौतें शामिल हैं। अन्य कारणों से होने वाली मौतों में यातायात दुर्घटनाएं, जानवरों से मौत, नकली शराब का सेवन और फैक्ट्री में होने वाली दुर्घटनाओं को शामिल किया गया है। केंद्र शासित दो प्रदेश लद्दाख और पुडुचेरी में आकस्मिक मौतों की दर क्रमशः 78.7 और 65.7 थी, जो छत्तीसगढ़ से अधिक है। देश में आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 36 में से 19 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में आकस्मिक मौतों की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक दर्ज की गई।
जहरीली शराब के सेवन से छत्तीसगढ़ में 60 मौतें
एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2022 में देश में अन्य कारणों से हुई कुल 4,15,306 आकस्मिक मौतों में से 617 मौतें अवैध व जहरीली शराब के सेवन की 507 घटनाओं में हुईं। जिन राज्यों में ऐसी मौतें हुई हैं उनमें बिहार में 134 मौतें, कर्नाटक में 98 मौतें, पंजाब में 90 मौतें, छत्तीसगढ़ में 60 मौतें, झारखंड 55 मौतें और उत्तर प्रदेश में 50 मौतें शामिल हैं।
पिछले साल के मुकाबले 7.9 प्रतिशत बढ़े आत्महत्या के मामले
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में 28 राज्यों में से सिक्किम में 43.1 प्रतिशत और केरल में 28.5 प्रतिशत के बाद छत्तीसगढ़ में आत्महत्या की दर 28.2 प्रतिशत थी। केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 42.8 प्रतिशत, पुडुचेरी में 29.7 प्रतिशत आत्महत्या की दर छत्तीसगढ़ से अधिक दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ में वर्ष 2022 में 8,446 आत्महत्या के मामले सामने आए जो कि वर्ष 2021 में दर्ज संख्या 7,828 से 7.9 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2022 के दौरान आत्महत्या की राष्ट्रीय दर प्रति एक लाख जनसंख्या पर आत्महत्या की संख्या 12.4 थी।