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Uttarakhand Tunnel Rescue: टनल में फंसे 41 श्रमिकों से सिर्फ 14 मीटर दूर है बचाव दल, प्लाज्मा मशीन तेजी से कर रही कटाई

दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (सेवानिवृत्त) ने कहा कि बचाव अभियान में समय लग सकता है, लेकिन अब श्रमिकों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद है।

HIGHLIGHTS

  1. रविवार देर रात करीब 2 बजे प्लाज्मा कटर मशीन सुरंग स्थल पर पहुंची।
  2. विशेषज्ञों के अनुसार, इससे काटने के काम में तेजी आएगी।
  3. 900 मिमी पाइप के अंदर से बरमा मशीन के क्षतिग्रस्त हिस्सों और मलबे में मौजूद अन्य धातु बाधाओं को हटाया जाएगा।

एएनआई, उत्तरकाशी। उत्तराखंड के सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को निकालने का बचाव अभियान आज रविवार को 15वें दिन भी जारी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रविवार देर रात करीब 2 बजे प्लाज्मा कटर मशीन सुरंग स्थल पर पहुंची। विशेषज्ञों के अनुसार, इससे काटने के काम में तेजी आएगी, 900 मिमी पाइप के अंदर से बरमा मशीन के क्षतिग्रस्त हिस्सों और मलबे में मौजूद अन्य धातु बाधाओं को हटाया जाएगा। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हैदराबाद से जो प्लाज्मा मशीन लाई गई है, उसने काम करना शुरू कर दिया है। चट्टानों को काटने का काम तेजी से चल रहा है। अब कुल 14 मीटर की दूरी शेष बची हुई है, जो अगले कुछ घंटों में पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद मैन्युअल ड्रिलिंग का काम शुरू होगा।”

 

मैन्युअल ड्रिलिंग की तैयारी, सेना को दी गई जिम्मेदारी

 

सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए मैन्युअल ड्रिलिंग की तैयारी की जारी है। इसके लिए एस्केप टनल में औगर मशीन के फंसे कलपुर्जे को काटकर निकाला जाएगा। मैन्युअल ड्रिलिंग की जिम्मेदारी आर्मी इंजीनियरिंग टीम को दी गई है।

 

 

उत्तरकाशी (उत्तराखंड) सुरंग बचाव: टनल के अंदर काम कर रहे बचाव दल के लोगों के लिए प्रोटेक्शन अंब्रेला बनाई जा रही है। 

वहीं दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (सेवानिवृत्त) ने कहा कि “बचाव अभियान में समय लग सकता है, लेकिन अब श्रमिकों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद है।

पाइप से भेजा जा रहा खाना

सिल्क्यारा सुरंग में बीते 14 दिन से फंसे 41 श्रमिकों की सेहत ठीक है और उन्हें पाइप के जरिए लगातार खाना भेजा जा रहा है। सभी श्रमिकों को बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, फिलहाल टनल के अंदर बचाव दल के लोगों के लिए प्रोटेक्शन अंब्रेला बनाया जा रहा है।

 

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