CG Election 2023 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर प्रचार थमने के बाद रोड शो करने का आरोप, भाजपा ने की चुनाव आयोग से शिकायत
रायपुर(राज्य ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान प्रक्रिया होने के बाद भी भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच शुक्रवार को भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर में शिकायत की है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी पाटन विधानसभा क्षेत्र में प्रचार-प्रसार थमने के बाद भी रोड शो किया है। भाजपा का आरोप है कि प्रचार पर रोक लग जाने के बावजूद 16 नवंबर को मुख्यमंत्री बघेल ने बाजे-गाजे के साथ पाटन विधानसभा क्षेत्र में एक रैली व रोड शो का आयोजन कर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया।
इस आशय का ज्ञापन भाजपा नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त (नई दिल्ली) के नाम से छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपा है। शिकायत करने वालों में पाटन के भाजपा प्रत्याशी व सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, मतदान समिति के प्रदेश संयोजक विजयशंकर मिश्रा, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक बृजेश पांडेय और प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी व अन्य मौजूद रहे। भाजपा ने मुख्यमंत्री बघेल की उम्मीदवारी रद्द कर अयोग्य घोषित करने और आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। मामले में प्रदेश कांग्रेस ने पलटवार किया है और कहा कि भाजपा के नेता विजय बघेल चुनाव हार रहे हैं इसलिए इस तरह का बहाना बना रहे है।
सांसद विजय बघेल ने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126 के तहत 15 नवंबर से चुनाव प्रचार सभा, रैली इत्यादि के आयोजन पर रोक लग गई थी। इस प्रविधान का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने 17 नवंबर को चुनाव होने के एक दिन पहले 16 नवंबर को एक रैली और रोड शो का आयोजन किया। जिसके छाया-चित्र तथा कई वीडियो उपलब्ध हैं। इन छाया-चित्रों और कई वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री बघेल द्वारा रैली का आयोजन किया जा रहा है और कई शासकीय कर्मचारी, पुलिस अधिकारी भी इसमें शामिल हैं। कांग्रेस और भूपेश बघेल के पक्ष में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा नारा लगाकर उद्घोष किया जा रहा है।
चुनाव के सप्ताहभर बाद आई रोड शो की याद: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार देखते हुए विजय बघेल इस तरह के बहाने बना रहे हैं। उनको मालूम है कि उनकी जमानत भी नहीं बचेगी और अब जब चुनाव हुए एक सप्ताह बीत गए हैं तब उन्हें मुख्यमंत्री की रोड शो और रैली की याद आ रही है।