CG News: पति के आनलाइन गेमिंग की लत से परेशान पत्नी चली गई मायके, लौटने के लिए रखी ये शर्त
HIGHLIGHTS
- आनलाइन गेमिंग से टूट रहे परिवार, सखी सेंटर में आ रहे कई अजीबोगरीब मामले।
- सबसे ज्यादा मामला घरेलू हिंसा, साइबर अपराध, संपत्ति विवाद, धोखाधड़ी, छेड़छाड़, प्रेम-प्रसंग, नशे की हालत के आ रहे हैं।
- 16 जुलाई, 2015 से 30 सितंबर, 2023 तक कुल 25 समस्याओं में 6,923 केस आए हैं
उनकी पत्नी पति की आनलाइन गेमिंग की आदत से तंग आकर मायके चली गईं। डाक्टर इसमें लगभग चार लाख रुपये गंवा चुके हैं। डाक्टर चाहते हैं कि पत्नी घर लौट आए, वहीं पत्नी ने सखी सेंटर में स्पष्ट कह दिया है कि पति जब तक आनलाइन गेमिंग की लत नहीं छोड़ेंगे, वे घर नहीं लौटेंगी। इस तरह के कई और मामले सखी सेंटर में पहुंचे हुए हैं।
हर माह 60 से 70 केस आते हैं सामने
सखी सेंटर की काउंसर प्रीति पांडेय ने बताया कि सबसे ज्यादा मामला घरेलू हिंसा, साइबर अपराध, संपत्ति विवाद, धोखाधड़ी, छेड़छाड़, प्रेम-प्रसंग, नशे की हालत जैसे आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर माह 60 से 70 केस सामने आते हैं। अभी 16 जुलाई, 2015 से 30 सितंबर, 2023 तक कुल 25 समस्याओं में 6,923 केस आए हैं।
इनमें 6,143 मामलों का समाधान हुआ है और 780 केस लंबित हैं। उन्होंने बताया कि हमारा पूरा प्रयास रहता है कि हर मामला शांति से निपटे। इस दिशा में भी सफल भी हो रहे हैं। सेंटर में रायपुर के अलावा अन्य शहर हो गांव से भी मामले आते हैं।
बहू करती थी फोन से किसी और से बात
गुढ़ियारी क्षेत्र में बहू ने खुद गलती करके मिट्टी तेल छिड़कर आत्महत्या की कोशिश की। मामला इस तरह है कि बहू किसी और से फोन पर बात करती थी। इससे उसका पति घर में किसी से बात नहीं करता था। तब उसकी मां को लगा कि बेटे को अचानक क्या हो गया है। उसके बाद मां ने अपनी बहू को समझाने की कोशिश की, लेकिन बहू नहीं मानी। उल्टा बहू परिवार के सदस्यों को धमकी देते हुए मिट्टी तेल डालकर खुद को जलाने का प्रयास किया, जिससे परिवार के सभी सदस्य डर गए। इसके बाद सखी सेंटर में मां और बेटा ने संपर्क किया। तुरंत सखी सेंटर के काउंसलरों ने सभी को समझाया। काउंसिलिंग तीन बार हुई है। जहां बहू मान गई।
खाना नहीं बनाने को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद
भाठागांव इलाके में एक अजीब केस सामने आया है। पत्नी के खाना न बनाने का विवाद इतना बढ़ा कि वह सखी सेंटर तक पहुंच गया। खाना बनाने से नाराज पत्नी ने अपने मायके चली गई। पति ने अपनी पत्नी को बार-बार समझाया, लेकिन वह नहीं मानी। अंत में पति ने अपनी मां के साथ सखी सेंटर का दरवाजा खटकाया। फिर चार बार भी काउंसिलिंग में नाराज पत्नी ससुराल जाने के लिए तैयार हुई।
एक फोन में सहायता
सखी सेंटर से मदद के लिए 181 या 0771-4061215 पर केवल एक काल करना पड़ता है। जरूरत के हिसाब से पुलिस और दूसरी एजेंसियों की मदद लेकर पीड़िता की मदद के लिए टीम पहुंचती है। इसके अलावा रेस्क्यू भी किया जाता है।
-प्रीति पांडेय, काउंसर, सखी सेंटर
16 जुलाई 2015 से 30 सितंबर 2023 तक इन माध्यम से भी पहुंचे मामले
रेस्क्यू | 330 |
पुलिस | 1,139 |
रेलवे पुलिस | 284 |
स्वयं से | 2,721 |
एनजीओ | 82 |
सामाजिक कार्यकर्ता | 96 |
आटो रिक्शा | 64 |
फोन से | 151 |
181 महिला सहायता केंद्र | 2041 |
आंगनबाड़ी या मितानीन | 15 |
कुल | 6,923 |