Mahadev Satta App: महादेव एप पर प्रतिबंध लगा तो शुरू कर दिया महादेव खिलाड़ी एप, क्रिकेट सट्टेबाजी में रोज लग रहा करोड़ों का दांव
HIGHLIGHTS
- महादेव एप के कथित संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल अब महादेव खिलाड़ी एप चला रहे हैं।
- महादेव खिलाड़ी एप का नेटवर्क लंदन, कोलकाता, मुंबई और छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में बिटकाइन वालेट में काम करता है।
- सिंडिकेट से जुड़े लोग क्रिकेट मैचों की फिक्सिंग कराकर रोजाना करोड़ों रुपये का दांव लगवा रहे हैं।
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भारत सरकार ने महादेव आनलाइन सट्टा एप को भले ही प्रतिबंधित कर दिया है, लेकिन शातिर सट्टेबाज कारोबार को बढ़ाने के लिए अब महादेव खिलाड़ी नाम से एक सहायक एप शुरू कर क्रिकेट मैच में सट्टेबाजी करा रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को जानकारी मिली है कि महादेव एप के कथित संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल अब महादेव खिलाड़ी एप चला रहे हैं। इस आधार पर ईडी ने जांच भी शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार महादेव खिलाड़ी एप का नेटवर्क लंदन, कोलकाता, मुंबई और छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में बिटकाइन वालेट में काम करता है। महाराष्ट्र पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को भी इसका लिंक मिला है। इस सिंडिकेट से जुड़े लोग क्रिकेट मैचों की फिक्सिंग कराकर रोजाना करोड़ों रुपये का दांव लगवा रहे हैं।
जांच के घेरे में 32 सट्टेबाज
ईडी ने 32 लोगों को प्रारंभिक जांच के घेरे में लिया है। इनमें से छह सौरभ चंद्राकर के नजदीकी बताए जाते हैं। सौरभ के ये खास लोग देश के विभिन्न हिस्सों और मध्य पूर्व एशिया से मैचों को फ़िक्स करने का काम कर रहे हैं। ये सभी खिलाड़ी एप और अन्य पोर्टलों के माध्यम से जुडे़ हुए हैं। इससे रोजाना करोड़ों की कमाई हो रही है। इस काली कमाई को हवाला या बिटकाइन वालेट के माध्यम से इधर से उधर किया जाता है।
देशभर में सक्रिय है सिंडिकेट
महादेव एप में प्रतिबंध लगाए जाने के बाद महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल अपने करीबी लोगों से लगातार संपर्क में हैं हालांकि ईडी की निगाह से बचने के लिए ये वाट्सएप कालिंग या वीडियो कालिंग पर बात कर रहे हैं। अपना कारोबार चलाने के लिए महादेव खिलाड़ी एप का लिंक देकर बड़े सट्टेबाजों को जोडा़ जा रहा है। साथ ही उन्हें आइडी लेकर सट्टा खिलाने वालों से संपर्क करने को कहा जाता है, ताकि दुबई में बैठकर बेफ्रिक होकर कारोबार चलाया जा सकें। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि पकड़े जाने के डर से सौरभ और रवि लगातार पाकिस्तान, यूएई और खाड़ी के कुछ देशों में अपना ठिकाना बदल-बदलकर रह रहे हैं।
सट्टेबाजों ने मप्र को बनाया ठिकाना
महादेव एप पर प्रतिबंध लगने के बाद से आइडी लेकर सट्टा खिलाने वाले रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ से गायब हो गए हैं। यह भी खबर मिली है कि ईडी और पुलिस की नजरों से बचने के लिए कई बड़े सट्टेबाजों ने छत्तीसगढ़ की आइडी लेकर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बालाघाट, जबलपुर समेत अन्य कई शहरों में अपने ठिकाने बना लिए हैं। यहीं से वे महादेव खिलाड़ी एप के जरिए क्रिकेट सट्टेबाजी का खेल संचालित कर रहे हैं। ईडी ने इन सट्टेबाजों का लोकेशन ट्रेस आउट कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इसके साथ ही नेटवर्क से जुडे़ लोगों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
क्या है बिटकाइन
बिटकाइन एक वर्चुअल करेंसी है। यह एक ऐसी करेंसी है जिसे कोई नहीं देख सकता यह वर्चुअल रूप में पाई जाती है। इसे इलेक्ट्रानिक फार्म में सिक्योर करके रखते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इसका चलन काफी बढ़ गया है। आप इसे किसी अन्य करेंसी ड़ालर,रुपये, दीनार आदि की तरह खरीद सकते हैं।