AIIMS के डाक्टरों ने किया कमाल, 52 साल के टीचर के शरीर में लगाई 21 साल के ब्रेन डेड युवक की किडनी, बचाई जान"/>

AIIMS के डाक्टरों ने किया कमाल, 52 साल के टीचर के शरीर में लगाई 21 साल के ब्रेन डेड युवक की किडनी, बचाई जान

रायपुर। AIIMS Raipur: राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बिलासपुर के 21 वर्षीय ब्रेन डेड युवक की किडनी रायगढ़ के 52 वर्षीय शिक्षक को सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट की गई। अब तक एम्स में 12 किडनी ट्रांसप्लांट की जा चुकी है। इसके साथ ही ब्रेन डेड युवक की आंखें इस सप्ताह दो नेत्र मरीजों को प्रदान की जाएंगी।

युवक को 14 अक्टूबर को बिलासपुर सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद 16 अक्टूबर को एम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। 28 अक्टूबर को युवक को ब्रेन डेड घोषित कर 29 अक्टूबर को अंगदान किया गया। एम्स में ही किडनी प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे 52 वर्षीय स्कूली शिक्षक को किडनी प्रदान की गई।

यह रोगी मार्च से क्रानिक किडनी डिजीज से पीड़ित था। शिक्षक को तुरंत किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता थी। चिकित्सकों ने तत्परता के साथ किडनी ट्रांसप्लांट कर दिया। इसके लिए राज्य अंग और ऊत्तक प्रत्यारोपण संगठन (सोटो) और क्षेत्रीय अंग और ऊत्तक प्रत्यारोपण संगठन (रोटो) दोनों की अनुमति ली गई थी।

इससे पूर्व 11वां किडनी ट्रांसप्लांट मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के 40 वर्षीय रोगी का किया गया। वह एक वर्ष से किडनी की समस्या से पीड़ित था। रोगी को 62 वर्षीय मां ने किडनी प्रदान की। अब रोगी और किडनी प्रदाता दोनों स्वस्थ हैं।

किडनी प्रत्यारोपण टीम में डा. अमित आर शर्मा, दीपक बिस्वाल, डा. सत्यदेव शर्मा, डा. विनय राठौड़ और डा. रोहित शामिल थे। आर्गन डोनेशन में डा. अनिल शर्मा, डा. चिन्मय पांडा, डा. दिबाकर साहू, डा. देबेंद्र त्रिपाठी शामिल थे। आर्गन ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेटर विशोक, विनय, अंबे, विनीता, अमित शामिल थे।

 

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