CG Chunav 2023: केंद्रीय राज्य मंत्री, सांसद व पूर्व सैनिक पर दांव खेलकर भाजपा ने सरगुजा संभाग में दी कांग्रेस को चुनौती"/>

CG Chunav 2023: केंद्रीय राज्य मंत्री, सांसद व पूर्व सैनिक पर दांव खेलकर भाजपा ने सरगुजा संभाग में दी कांग्रेस को चुनौती

HIGHLIGHTS

  1. सरगुजा संभाग में पहले ही रामानुजगंज से कद्दावर आदिवासी नेता पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को चुनाव मैदान में भाजपा उतार चुकी है
  2. भाजपा ने शंकरगढ़ जनपद में दो बार अध्यक्ष व लगातार तीन बार से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत रहीं उद्धेश्वरी पैकरा को प्रत्याशी बनाकर कड़ी चुनौती दी
  3. वीरता पदक प्राप्त करने वाले पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो को दिया भाजपा
अनंगपाल दीक्षित, अंबिकापुर (नईदुनिया)।CG Chunav 2023: सरगुजा संभाग में वर्ष 2018 के चुनाव में पूरी तरह पराजित होने वाली भाजपा ने सभी सीटों पर फूंक-फूंक व काफी सोच-समझकर संभाग की 14 में से 13 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर कांग्रेस को चुनौती दी है। बावजूद इसके अंबिकापुर की हाई प्रोफाइल सीट पर अभी भी प्रत्याशी की तलाश भाजपा नहीं कर पा रही है।
 
संभाग की 13 सीटों के लिए जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे गए हैं, उनमें अधिकांश नए चेहरे हैं पर उन्हें चुनाव का एक लंबा अनुभव है। अधिकांश प्रत्याशियों ने स्थानीय चुनाव के साथ विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा है, जीते भी हैं। कुछ नए चेहरे पर जरूर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है, किंतु यह नाम कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।

केंद्रीय राज्य मंत्री भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से है प्रत्याशी

सरगुजा संभाग में पहले ही रामानुजगंज से कद्दावर आदिवासी नेता पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को चुनाव मैदान में भाजपा उतार चुकी है। दूसरी सूची में केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को कोरिया जिले के भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। रेणुका सिंह के साथ जशपुर जिले में दो बड़े नाम पर भाजपा ने मुहर लगाई है।
सामरी विधानसभा रहा है भाजपा का गढ़
पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार के सांसद विष्णुदेव साय को कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार दिया है, वहीं, रायगढ़ की वर्तमान लोकसभा सदस्य गोमती साय को उतारकर भाजपा ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि वह इस बार कोई चूक करना नहीं चाहती। बलरामपुर जिले का सामरी विधानसभा भाजपा का गढ़ रहा है, किंतु 2013 में इस सीट को कांग्रेस ने छीन लिया था।

पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैकरा की धर्मपत्नी को उतारा मैदान पर

2018 में भी कांग्रेस को यहां जीत मिली, किंतु इस बार भाजपा ने शंकरगढ़ जनपद में दो बार अध्यक्ष व लगातार तीन बार से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत रहीं उद्धेश्वरी पैकरा को प्रत्याशी बनाकर कड़ी चुनौती दे दी है। वह यहां के पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैकरा की धर्मपत्नी हैं। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व भी उद्धेश्वरी पर है। भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी रही हैं। भाजपा संगठन में लगातार काम करने का एक बड़ा अनुभव है। भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय काका लरंग साय के परिवार से जुड़े होने के कारण उद्वेश्वरी पैकरा की भाजपा कार्यकर्ताओं में अच्छी पैठ भी है।

सीतापुर में पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो से भाजपा को उम्मीद

वर्ष 1961- 62 में सीतापुर विधानसभा अस्तित्व में आया था, तब से आज तक यहां भाजपा खाता नहीं खोल पाई है। यहां संगठन भी कमजोर है। यहां से भाजपा को पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो उम्मीद की किरण बनकर आए हैं। कई वीरता पदक प्राप्त करने वाले रामकुमार को संगठन का कितना साथ मिलता है यह तो आने वाला समय बताएगा किंतु पूर्व सैनिक को टिकट देकर भाजपा ने सभी को चौंका दिया है। इसी तरह कोरिया के मनेंद्रगढ़ सामान्य सीट से पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं बैकुंठपुर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े पर भाजपा ने इस बार फिर भरोसा किया है।

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