Ujjain Girl Case: उज्जैन के जीवनखेड़ी से मिली दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग की यूनिफार्म
Ujjain Girl Case: उज्जैन पुलिस आरोपित को सजा दिलवाने के लिए डीएनए व अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों को जुटा रही है।
HIGHLIGHTS
- एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले।
- आरोपित को सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
- उज्जैन पुलिस जुटा रही है आरोपित के खिलाफ सबूत।
Ujjain Girl Case: उज्जैन सतना की नाबालिग से जीवनखेड़ी में आरोपित आटो चालक ने दुष्कर्म किया था। पुलिस ने वहां से छात्रा की यूनिफार्म बरामद कर ली है। पुलिस अब आरोपित के खिलाफ सभी साक्ष्यों को जुटाने में लगी है। जिससे की उसे जल्द से जल्द सजा दिलवाई जा सके। बता दें कि सतना की नाबालिग छात्रा सोमवार सुबह बड़नगर रोड पर अर्धनग्न अवस्था में मिली थी। जांच में उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। उपचार के लिए उसे इंदौर रेफर किया गया था।
एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज देखे
पुलिस ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले थे। जिसके आधार पर पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपित भरत सोनी निवासी नानाखेड़ा को गिरफ्तार किया था। पुलिस उसे गुरुवार को घटनास्थल ले गई थी। जहां वह पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भाग निकला था। गिरने से उसके पैर की हड्डी टूट गई थी। शुक्रवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया था।
डीएनए और वैज्ञानिक जुटा रहे साक्ष्य
जहां से उसे सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस शनिवार को जीवनखेड़ी पहुंची थी। जहां तलाशी के दौरान बालिका की यूनिफार्म मिली है। पुलिस उसकी जांच करवाएगी। इसके अलावा आरोपित को सजा दिलवाने के लिए डीएनए व अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों को जुटा रही है। जिससे उसके खिलाफ पुख्ता सबूत मिल सके।
उज्जैन में आटो चालकों के खिलाफ पुलिस ने चलाया अभियान
उज्जैन। सतना की नाबालिग से दरिंदगी का आरोपित आटो चालक निकला था। अब पुलिस शहर के सभी आटो व ई रिक्शा चालकों का डाटा बेस बना रही है। चालकों को चरित्र प्रमाण पत्र भी बनवाना होगा। शनिवार को पुलिस ने 40 से ज्यादा आटो चालकों के चालान बनाए हैं। अब भी तीन पहिया वाहनों पर पुलिस यूनिक आइडी नंबर लिख रही है। जिसमें पांच हजार से ज्यादा आटो व ई रिक्शा शामिल है। यातयात टीआइ दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि शहर में बीते दिनों सतना की नाबालिग से दरिंदगी का मामला सामने आया था।
आटो चालक ने किशोरी से दुष्कर्म किया था। एसपी सचिन शर्मा ने आटो व ई रिक्शा व मैजिक चालकों का डाटा एकत्र करने व बगैर लाइसेंस, परमिट व वर्दी तथा नेमप्लेट ना लगाकर चलने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। शनिवार को शहर के विभिन्न मार्गों पर आटो व ई रिक्शा चालकों के खिलाफ जांच शुरू की गई थी।
40 से ज्यादा आटो चालक पकड़े हैं। जिनके पास परमिट, लाइसेंस, बीमा नहीं मिले हैं। इसके अलावा वर्दी व नेम प्लेट भी नहीं लगी मिली है। इस पर सभी के खिलाफ पांच हजार से तीन हजार रुपये तक के चालान काटे गए है। सभी को हिदायत दी गई है कि वह वाहन चलाते समय दस्तावेज पूरे रखें।
पांच हजार आटो पर दर्ज होगा यूनिक आइडी
टीआइ परिहार के अनुसार वर्ष 2019 में आटो पर यूनिक आइडी नंबर दर्ज किए गए थे। अब एक बार फिर से सभी आटो को यूनिक नंबर दिए जाएंगे। आटो चालकों का पूर्ण विवरण व दस्तावेज पुलिस के पास रहेगा। किसी भी अप्रिय स्थित बनने पर यूनिक नंबर से आटो की पहचान हो सकेगी। लोगों को भी आटो व ई रिक्शा का नंबर याद रखने के बजाए केवल यूनिक नंबर ही याद रखना होगा। जिसके आधार पर चालक व वाहन की पूरी डिटेल पुलिस को मिल जाएगी।