Raipur News: पिछले आठ महीनों में डेढ़ हजार से अधिक सड़क हादसों ने ले ली 360 लोगों की जान, एक हजार से अधिक हुए घायल

HIGHLIGHTS

  1. रोज औसतन छह सड़क हादसों में चार घायल और एक से दो लोगों की हो रही मौत
  2. 8 महीने में रायपुर जिले में 1553 सड़क हादसे, 360 की मौत और 1009 लोग घायल
  3. 50 प्रतिशत से कम प्रदेश के अन्य जिलों में सड़क हादसे
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रायपुर जिले की सड़कें वाहन चालकों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो रही हैं। यह हम नहीं, यातायात पुलिस के आकंड़े बयां कर रहे हैं। शहर में जहां सड़क दुर्घटनाओं में वाहन चालक घायल हो रहे हैं, वहीं आउटर में मौतें ज्यादा हो रही हैं। पिछले आठ महीनों में रायपुर जिले में 1,553 सड़क हादसे हुए हैं।
इसमें 360 की मौत और 1,009 लोग घायल हुए हैं। जिले में रोजाना औसतन छह सड़क हादसों में चार घायल और एक से दो लोगों की मौत हो रही है। प्रदेश के अन्य जिलों में सड़क हादसों का आंकड़ा 50 प्रतिशत से भी कम है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यातायात नियमों का पालन नहीं करने और तेज रफ्तार से वाहन चलाने के कारण सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है।

 

यातायात पुलिस शहर की सड़कों पर यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों की धरपकड़ कर उन पर चालानी कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन आउटर में सख्ती नहीं बरतने के कारण ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लोग बेपरवाह होकर तेज रफ्तार में वाहन चला रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सड़क हादसे में होने वाली ज्यादातर मौतें दोपहिया वाहन चालक द्वारा हेलमेट नहीं पहनने के कारण, सिर में चोट लगने से हो रही हैं।

 

आवागमन के लिए बनाए गए हाईवे, सर्विस रोड पर भारी वाहन खड़े करने के कारण सबसे अधिक हादसे हो रहे हैं। इसके लिए शहर के अंदरूनी इलाकों से लेकर आउटर में सड़कों पर यातायात जाम करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई से ही हादसों में कमी आ सकती है।9.50 करोड़ से ज्यादा का वसूला जुर्माना
प्रदेशभर में पिछले आठ महीनों के भीतर 2.55 लाख 232 वाहनों के खिलाफ यातायात पुलिस ने चालानी कार्रवाई करते हुए 9.58 करोड़ 80 हजार 90 रुपये का जुर्माना वसूला है। इसमें सबसे ज्यादा रायपुर जिले के 26 प्रतिशत से ज्यादा वाहन चालक शामिल हैं।
सर्विस रोड पर दुकानदारी
रायपुर शहर के दो प्रमुख रिंग रोड पर वाहन चालकों की सुविधा के लिए सर्विस रोड बनाई गई है, लेकिन रायपुरा, भाठागांव, पचपेड़ी नाका, तेलीबांधा चौक से लेकर भनपुरी, हीरापुर चौक पर ठेले-खोमचे से लेकर सर्विसिंग सेंटर, फल-सब्जी से लेकर होटल और पान की दुकानें खुल जाने से यातायात बेतरतीब हो गया है।

 

नियमित कार्रवाई से रुकेगा हादसा
यातायात पुलिस के अनुसार शहर के अंदरूनी इलाकों में रोजाना चार और आउटर में दो सड़क हादसे हो रहे हैं। इसकी मुख्य वजह शहर में आए दिन यातायात का जाम होना और आउटर इलाके में तेज रफ्तार से वाहन चलाना है। इसे रोकने के लिए जांच का दायरा बढ़ाने के साथ ही रिंग रोड और सर्विस रोड पर अवैध तरीके से खड़े भारी माल वाहक वाहनों पर नियमित रूप से सख्ती से कार्रवाई करने की जरूरत है।
लोगों को कर रहे जागरूक

 

सड़क हादसे में होने वाली मौतों में कमी लाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। यातायात नियमों का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, ताकि हादसे में कमी लाया जा सके।

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