राजनाथ सिंह बोले- मंगलयान और चंद्रयान लांच हो गए, लेकिन कांग्रेस का ‘राहुल यान’ लांच नहीं हो पाया
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर सवाल उठाने की कोशिश की।
- सनातन धर्म के अपमान पर कुछ नहीं बोल रहे विपक्षी गठबंधन के दल।
- अब दूसरे देश भी भारत को उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं।
नई दिल्ली। राजस्थान के जैसलमेर में परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरुआत करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस देश में मंगलयान और चंद्रयान की सफल लाचिंग और लैंडिंग हो रही है, वहां कांग्रेस का ‘राहुल यान’ पिछले बीस साल से लांच नहीं हो पा रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों और सेना की क्षमताओं, प्रतिभा पर कभी किसी को संदेह नहीं रहा। मैं मानता हूं कि 1998 में जो छलांग भारत ने परमाणु परीक्षण करके लगाई थी उसी तरह की लंबी छलांग 23 अगस्त 2023 को मिशन चंद्रयान 3 की सफलता के साथ एक बार फिर लगाई है।
चंद्रयान की सफल लैंडिंग पर कांग्रेस ने सवाल उठाने की कोशिश की
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा कि हमारा देश चंद्रमा और मंगल तक पहुंच गया है। अब आदित्य एल-1 की भी सफल लांचिंग हो गई है। इस बार जब चंद्रयान की लैंडिंग हो गई, तब दबी आवाज में कांग्रेस ने सवाल उठाने की कोशिश की मगर जब देश का मूड देखा तो चुप्पी साध ली।
भारत को उम्मीद की निगाह से देख रहे दूसरे देश
उन्होंने कहा कि दुनिया हैरान है कि बड़ी फिल्मों से भी कम बजट में भारत ने मंगलयान और चंद्रयान मिशन पूरा कर लिया। यह नए भारत की ताकत है, जो कहती है, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान। रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने जो काम किया है, इससे केवल देशवासी ही नहीं दुनिया के बड़े-बड़े देश भी भारत को उम्मीद भरी निगाह से देख रहे हैं।
सनातन धर्म के अपमान पर विपक्षी गठबंधन ने साधी चुप्पी
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को खत्म करने को लेकर दिए गए विवादित बयान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सनातन धर्म का कांग्रेस के सहयोगी डीएमके द्वारा अपमान किया जा रहा है। वो कह रहे हैं कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के सहयोगी दलों ने सनातन धर्म पर की गई इस टिप्पणी को लेकर चुप्पी साध ली है। सोनिया गांधी, अशोक गहलोत चुप क्यों हैं। इस मामले में कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को माफी मांगना चाहिए।