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रायपुर : राम वन गमन पर्यटन परिपथ: चम्पारण्य

देश और दुनिया को हम अपनी संस्कृति से अवगत करा रहे हैं: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

चम्पारण्य भगवान वल्लभाचार्य का प्राकट्य स्थल, पर्यटन स्थल के रूप में इसका होगा विकास 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल चम्पारण्य  में रामायण महोत्सव में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर जिले के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल चम्पारण में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया और यहां आयोजित चम्पारण्य रामायण महोत्सव में शामिल हुए।
लोकार्पण कार्यक्रम श्री चंपेश्वर महादेव मंदिर परिसर में तथा रामायण महोत्सव शासकीय स्कूल ग्राम डगनिया चम्पारण्य में आयोजित हुआ। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति हई, जिसमें जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त विजेता मानस मंडली की प्रस्तुति, हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ, श्री प्रभंजय चतुर्वेदी भिलाई का राम भजन एवं सुश्री शन्मुख प्रिया मुम्बई की प्रस्तुति भी हुई।
चंपारण्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ का निर्माण कार्य चल रहा है, इसकी शुरूआत चंदखुरी से हुई, शिवरीनारायण के बाद तीसरा राजीव लोचन मंदिर और अब चम्पारण्य में भी भगवान राम की भव्य मूर्ति का अनावरण हुआ है, चम्पेश्वर महादेव यहां विराजे हैं और आज मुझे भी उनकी पूजा करने का अवसर प्राप्त हुआ।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आज लोकार्पित कैफेटेरिया को नो लास नो प्राफिट पर चम्पेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के द्वारा संचालित करने की घोषणा की।

श्री बघेल ने कहा कि चम्पारण्य भगवान वल्लभाचार्य का प्राकट्य स्थल है, देश विदेश के लोग यहां आते हैं, पर्यटन स्थल के अनुरूप यहां अधोसंरचना का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिम परंपरा और संस्कृति को सुरक्षित और संरक्षित करने का काम हमारी सरकार कर रही है जिसके लिए हमने बादल नाम की संस्था बनाई, घोटुल का नव निर्माण करा रहे हैं, आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है, जिसमें शामिल होने विदेशों से भी लोग यहां आते हैं और यहां की गौरवशाली और समृद्ध संस्कृति देखकर हतप्रभ रह जाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कहीं भी रामायण महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ, हमने देश में पहली बार रामायण महोत्सव का आयोजन कराया, हम मानते हैं कि ईश्वर कण-कण में हैं, हर जगह व्याप्त हैं। हम अपने अन्नदाता की सेवा कर रहे हैं, कभी उनके ऊपर परेशानी नहीं आने दी, कोरोना में भी हमने अपने अन्नदाता की सेवा की। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश वासियों को राखी तिहार की बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ महतारी के हर  बेटा-बेटी की सेवा कर रही है, ये सेवा का मौका आपने दिया है जिसके लिए आपको प्रणाम करता हूं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक श्री धनेंद्र साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ में भगवान राम जिस पथ से होकर गुजरे थे, उस पथ को राम वन गमन पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। चम्पारण्य को पंचकोषी धाम के रूप में माना जाता है, इसे भी विकसित किया जा रहा है और आज मुख्यमंत्री के हाथों करोड़ों रूपए के विकास कार्यों की सौगात चम्पारण्य को मिली है।

कार्यक्रम संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री डॉ. महंत राम सुन्दर दास एवं राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

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