Raipur Crime: खुलेआम पिस्टल लहराने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार, चार बदमाशों ने की एक युवक की पिटाई
रायपुर Raipur News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुंडे बदमाशों के हौंसले बुलंद हैं। इनमें पुलिस का कोई खौफ ही नजर नहीं आ रहा है। कानून व्यवस्था और पुलिस को इतर रख बिना ये गुंडे- बदमाश अपने गुंडा-गर्दी करने के वीडियो को खुद वायरल भी कर रहे हैं। गुंडों के गुंडाई वाले वायरल वीडियो पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए है। आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। बता दें कि खुलेआम देसी पिस्टल लेकर गुंडाई करने वाले आरोपित ओम दुबे को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपित के पास से पिस्टल भी बरामद किया है। आरोपित पुराना बदमाश है। इससे पहले भी उसके मारपीट करने का वीडियो सामने आया था। आरोपित का पुलिस ने जुलूस निकाला है और उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
पहला वीडियो डीडी नगर थाना इलाके में बदमाश ओम दुबे का है, जो खुलेआम देसी पिस्टल लेकर गुंडाई और गाला गलौज कर रहा है। इससे पहले भी हत्या का प्रयास, मारपीट समेत कई संगीन धाराओं में वो जेल जा चुका है। वहीं दूसरा पंडरी थाना इलाके के वीवी विहार इलाके में युवक को मारने का वीडियो सामने आया है। इस मारपीट का कारण अज्ञात है। दूसरे वायरल वीडियो में एक युवक को 4 बदमाश पीट रहे हैं और उससे पैर छूकर सॉरी बुलवा रहे हैं। दोनों ही मामलो में रायपुर पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे वीडियो पर नजर बनाए हुए है। वहीं शहर में कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने ऐसे गुंडे बदमाशों पर कर्रवाई भी कर रही है। ताकि किसी प्रकार की अशांति या डर लोगों में न फैले।
हिस्ट्रीशीटरों को किया जाएगा जिलाबदर
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के देखते हुए दो दर्जन पुराने बदमाशों को दूर करने के लिए कलेक्टर को फाइल भेजी गई है। पुराने 15 हिस्ट्रीशीटरों के नाम फाइनल हैं और अब इनमें 10 और नए नाम शामिल किए गए हैं। पुलिस ने बदमाशों को पुरानी हिस्ट्रीशीटर को देखते हुए उनकी फाइलें तैयार की गई है। जिलाबदर की कार्रवाई के लिए जिन बदमाशों को शामिल किया गया है, उनके नाम पर पहले से गंभीर अपराध दर्ज हैं। अब ऐसे बदमाशों को चुनावी साल में जिले से दूर रखने के लिए थानेवार कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। सिर्फ पुराने हिस्ट्रीशीटर हो नहीं, बल्कि पुराने वारंटियों की धरपकड़ के लिए भी थानेदारों को लक्ष्य सौंपा गया है।