Sukma Naxal surrender: एक लाख इनामी नक्सल दंपती का आत्मसमर्पण, आधा दर्जन महिला समेत 22 नक्सलियों ने किया सरेंडर
Sukma Naxal surrender: एक लाख इनामी नक्सल दंपती का आत्मसमर्पण, आधा दर्जन महिला समेत 22 नक्सलियों ने किया सरेंडर
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की ओर से आपरेशन व जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिससे प्रभावित होकर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
सुकमा। नक्सलियों के खिलाफ लगातार सुरक्षा बल दबाव बना रहा है। इसके साथ ही अंदरूनी इलाकों में योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया जा रहा है। जिससे प्रभावित होकर आधा दर्जन महिला समेत 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सभी समर्पितों को प्रोत्साहन राशि दी गई और साथ ही पुनर्वास नीति का लाभ भी दिया जाएगा। इसके अलावा दूसरी ओर एक लाख इनामी राशि के नक्सल दंपती ने भी आत्मसमर्पण किया है।
शुक्रवार को सुकमा जिले के डब्बाकोंटा कैंप में पुलिस व सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। एएसपी गौरव मंडल ने बताया कि नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत विश्वास, विकास व सुरक्षा की भावना पैदा हो रही है। इसके साथ ही पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा उनके शोषण व बाहरी नक्सलियों के भेदभाव से तंग आकर सात महिला समेत 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये सभी पिछले कई सालों से जिले के चिंतागुफा व भेजी इलाके में सक्रिय रहे है। वहीं सभी को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। इस दौरान नरेंद्र पाल सिंह, अमित कुमार, पामुला किशोर, गिरिजाशंकर राव, सिकन्दर यादव समेत सीआरपीएफ व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
इनामी नक्सल दंपती ने किया आत्मसमर्पण
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की ओर से आपरेशन व जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिससे प्रभावित होकर नक्सल दंपती ने आत्मसमर्पण कर दिया। पिछले कई सालों से नक्सल संगठन में सक्रिय रहे है। दोनों को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। एसडीओपी तोमेश वर्मा ने बताया कि जिले के कुकानार थानाक्षेत्र में सक्रिय रहे नक्सल दंपति ने आत्म समर्पण किया है। मुचाकी गुल्ले (केएएमएस सदस्य ) एक लाख की इनामी व पति मुचाकी भीमा (डीएकेएमएस सदस्य) ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया। दोनों नक्सलियों के भेदभाव नीति से तंग आकर व शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्म समपर्ण किया है। दोनों को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।