Chhattisgarh: एसीबी की जाल में फंस गया भिलाई का प्रधान आरक्षक, अफसरों ने रिश्वत लेते रंगे हाथ ऐसे दबोचा
छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया है। भिलाई के स्मृति नगर चौकी में तैनात प्रधान आरक्षक रामकृष्ण सिन्हा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी से केमिकल लगे नोट जब्त किए गए हैं। ACB ने जनता से भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज कराने की अपील की है।
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई।
- रिश्वतखोर से केमिकल लगे रिश्वत के नोट जब्त।
- भिलाई के स्मृति नगर चौकी में प्रधान आरक्षक है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है। एसीबी की ओर से चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अब तक कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
इसी क्रम में एसीबी ने एक और रिश्वतखोर को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को कड़ा संदेश दिया है। जानकारी के अनुसार, भिलाई के स्मृति नगर चौकी में तैनात प्रधान आरक्षक रामकृष्ण सिन्हा को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए धर दबोचा। आरोपी के पास से रसायन लगे नोट जब्त किए गए, जो रिश्वत की रकम के तौर पर दिए गए थे। एंटी करप्शन ब्यूरो ने आरोपी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, रामकृष्ण सिन्हा पर एक व्यक्ति से सरकारी कार्य में मदद के बदले पैसे मांगने का आरोप था, जिसकी शिकायत मिलने पर एसीबी ने जाल बिछाया और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। फिलहाल, ब्यूरो की टीम मामले की आगे की जांच में जुटी हुई है।