Bilaspur Crime News: जालसाज जमीन दलालों के खिलाफ जुर्म दर्ज, कई लोगों से की धोखाधड़ी
Bilaspur Crime News: जालसाज जमीन दलालों के खिलाफ जुर्म दर्ज, कई लोगों से की धोखाधड़ी
बिलासपुर सरकंडा पुलिस ने जालसाजी कर दूसरे की जमीन दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले जमीन दलालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस को आशंका है कि आरोपित जमीन दलालों की करतूत सामने आने के बाद और भी पीड़ित सामने आएंगे। फिलहाल पुलिस ने मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है।
उसने पूछताछ की जा रही है।सरकंडा स्थित श्यामा टेंट हाउस के पास रहने वाली अंजना खरे ने बताया कि उन्होंने विज्ञापन देखने के बाद जमीन दलाल संतोष जायसवाल से संपर्क किया था। इस दौरान जमीन दलाल संतोष और उसके रिश्तेदारों सचिन जायसवाल और संदीप जायसवाल ने सरकंडा में जमीन दिखाकर 25 लाख रुपये में मकान बनाकर देने की बात कही।
सौदा होने के बाद अंजना ने 22 मार्च 2023 को 21 हजार रुपये एडवांस दिए। इसके कुछ ही दिनों के बाद संतोष, संदीप और सचिन ने तीन लाख रुपये जमा करने कहा। साथ ही एक महीने के भीतर जमीन की रजिस्ट्री करा देने की बात कही। उनकी बातों में आकर अंजना ने 26 अप्रैल को तीन लाख रुपये दिए। इस पर जमीन दलालों ने धनराज साहू के नाम से एग्रीमेंट का पेपर अंजना और उनके पति को दे दिया।
जमीन दूसरे के नाम पर होने और इकरारनाम दूसरे के नाम पर होने पर अंजना और उनके पति अतुलकांत को शंका हुई। इस पर जमीन दलालों ने धनराज को बिल्डर बताकर महिला और उनके पति को बरगलाया। जमीन दलालों ने पति-पत्नी को जमीन की रजिस्ट्री के लिए 19 जुलाई को रजिस्ट्री कार्यालय बुलाया। इसके बाद वे मोबाइल बंद कर गायब हो गए।
अंजना के पति अतुलकांत ने रजिस्ट्री कार्यालय में ही जमीन दलाल संतोष और उसके भाईयों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि तीनों ने कई लोगों से धोखाधड़ी की है। धोखाधड़ी की जानकारी होने पर अंजना ने सरकंडा थाने में शिकायत की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
रजिस्ट्री कार्यालय में हुई पिटाई तो भागकर बचाई जानजमीन दलाल संतोष और उसके भाईयों ने कई लोगों से धोखाधड़ी की है। पीड़ित तीनों भाईयों पर कई दिनों से नजर रखे हुए थे। सोमावर को संतोष और संदीप किसी काम से रजिस्ट्री कार्यालय आए। किसी ने इसकी जानकारी पीड़ितों को दे दी। इस पर कई लोग रजिस्ट्री कार्यालय पहुंच गए। पीड़ितों ने जमीन दलाल संतोष और संदीप की वहीं पर पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान सतोष और उसके भाई ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।