क्या टीम इंडिया में ऋषभ पंत की जगह ले सकते हैं इशान किशन? जानिए कितनी है संभावना

Ishan Kishan vs Rishabh Pant: वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में ताबड़तोड़ अर्धशतक जमाकर इशान किशन ने क्रिकेट प्रेमियों को नया मुद्दा थमा दिया है। दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान तेजी से रन बनाने के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने इशान को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोशन देकर नंबर चार पर उतारा। इशान ने इस मौक़े का पूरा फ़ायदा उठाते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने 34 गेंदों में 153 के स्ट्राइक रेट से 52 रन बनाए, जिसमें चार चौके और दो लगातार छक्के शामिल थे। उन्होंने एक हाथ से लांग ऑन पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया, जिससे कॉमेंटेटर्स सहित सभी क्रिकेट फ़ैंस को ऋषभ पंत की याद आ गई, जो अक्सर ऐसा करते थे। खास बात ये है कि खेल खत्म होने के बाद इशान ने भी इस अर्धशतक का श्रेय ऋषभ पंत को दिया। यहां तक कि जिस बल्ले से उन्होंने अर्धशतक जमाया, वो बल्ला भी ऋषभ पंत का ही था।

इशान को सौंपी गई बड़ी जिम्मेदारी

इशान किशन ने भले ही एक सप्ताह पहले ही टेस्ट डेब्यू किया हो, लेकिन सेलेक्टर्स और टीम को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। ये उम्मीद है ऋषभ पंत की कमी को पूरा करने की, जो बेहद कम समय में ही टेस्ट क्रिकेट में मैच विनर बनकर उभरे थे। उनके एक्सीडेंट के बाद भीरत को अब तक उनका रिप्लेसमेंट नहीं मिला है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ सिरीज में वनडे और टी20 टीम में इशान और संजू सैमसन को शामिल किया गया, जबकि टेस्ट मैच में केएस भरत को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन 5 टेस्टों में मौका मिलने के बाद भी भरत कुछ खास प्रभावित नहीं कर सके। उसके बाद दूसरे टेस्ट में इशान किशन को मौका दिया गया। पहले ही टेस्ट में इशान ने साबित किया कि वो ऋषभ पंत का विकल्प हो सकते हैं।

दोनों में समानता

किक्रेट विशेषज्ञों में ऋषभ पंत और इशान किशन को लेकर जो बहस चल रही है उसकी कई वजहें हैं। ये दोनों ही खिलाड़ी बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं और दोनों आक्रामक ढंग से बल्लेबाज़ी कर कभी भी खेल का रुख पलट सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने तो किशन को सीधे डब्ल्यूटीसी के फ़ाइनल में डेब्यू कराने की बात कही थी। लेकिन केवल एक मैच से इशान किशन और ऋषभ पंत की तुलना नहीं की जा सकती। पंत ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 4000 से ज्यादा रन बनाये हैं। टेस्ट क्रिकेट में 32 टेस्ट मैचों की 54 पारियों में 5 शतकों के साथ 43.38 की औसत से 2169 रन बनाए हैं। इशान किशन को उस मुकाम तक पहुंचने में काफी समय लगेगा। वहीं ऋषभ पंत को वापसी के बाद अपनी लय में आने के लिए कुछ ही मौकों की जरुरत पड़ेगी। अगर वो इसे भुना नहीं पाए, तो उनके विकल्प के तौर पर जरुर इशान किशन का नाम सामने आएगा।

 

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