हरभजन सिंह की बड़ी भविष्यवाणी, बताया सचिन तेंदुलकर से कितने ज्यादा शतक लगा सकते हैं विराट कोहली?

नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में भारतीय रन मशीन विराट कोहली ने रेड बॉल क्रिकेट में 1206 दिनों के बाद शतक के सूखे को खत्म किया। कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वीं तो इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 75वीं सेंचुरी है। कोहली की इस उपलब्धि के बाद एक बार फिर क्रिकेट के गलियारों में सचिन तेंदुलकर के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने की बात होने लगी। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने का रिकॉर्ड है। अब भारतीय पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि कोहली निश्चित रूप से मास्टर ब्लास्टर का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ेंगे, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कोहली के बल्ले से अब और कितने शतक निकल सकते हैं।

हरभजन सिंह ने स्पोर्ट्स तक से कहा ‘यह निश्चित रूप से संभव है। मुझे लगता है कि वह इससे ज्यादा (100 शतक) बना सकता है। यहां दो चीजें विराट के पक्ष में हैं; उसकी उम्र, और उसकी फिटनेस। वह 34 साल के हैं लेकिन उनकी फिटनेस 24 साल के क्रिकेटर जैसी है। वह इस मामले में काफी आगे हैं। वह पहले ही 75 शतक लगा चुका है, वह कम से कम 50 और बना सकता है। वह अपने खेल को जानता है और वह सभी प्रारूपों में खेलता है।’

उन्होंने आगे कहा ‘आप सोच सकते हैं कि मैं ज्यादा बता रहा हूं, लेकिन यह निश्चित रूप से संभव है। अगर कोई कर सकता है तो वो विराट कोहली है। बाकी सब उससे बहुत पीछे हैं। वह जानता था कि उसे अपनी फिटनेस पर काम करना है, क्योंकि उसकी बल्लेबाजी क्षमता ईश्वर प्रदत्त है। मुझे नहीं लगता कि वह यहां से रुकेगा। कोई तकनीकी खराबी नहीं है और अगर होती भी है तो वह उन पर काम करता है और उन्हें ठीक करता है। अपनी वापसी के बाद से (ब्रेक के बाद), वह पहले ही पांच शतक लगा चुके हैं। यह उनके लिए काफी हद तक वापसी है।’

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 के पहले तीन मुकाबले स्पिन ट्रैक पर खेले गए थे, जहां बल्लेबाज जूझते हुए दिखाई दे रहे थे। मगर अहमदाबाद में उन्हें फ्लैट ट्रैक मिला जिसका बल्लेबाजों ने जमकर फायदा उठाया। भज्जी ने कहा कि बल्लेबाजों को भी अपने अनुरूप पिच हासिल करने का हकदार है।

उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा है कि उन्हें (कोहली को) ऐसी पिच पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला जो बल्लेबाजों की मदद करती है। पहले मैच तीन दिन में खत्म हो जाते थे और गेंदबाजों का दबदबा रहता था। विराट, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा को भी ऐसी पिचें हासिल करने का अधिकार है जहां वे रन बना सकें। गेंदबाजी के अनुकूल सतह पर अर्धशतक शतक के समान है और उन्होंने ऐसा किया है।’

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